मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो पक्षों में पथराव- भगदड मचते ही बाजार बंद

मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो पक्षों में पथराव- भगदड मचते ही बाजार बंद

वाराणसी। गांव में निकाले जा रहे मुहर्रम के जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच हुए विवाद के चलते बवाल खड़ा हो गया। दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे पर ईट पत्थर फेंके गए और प्रहार करते हुए लाठी-डंडे चलाए गए। तकरीबन आधे घंटे तक चले इस संघर्ष के इस नंगे नाच में आधा दर्जन से भी अधिक लोग घायल हुए हैं। उत्तेजित भीड़ द्वारा ताजिया क्षतिग्रस्त किए जाने से ताजियादारों में भगदड़ मच गई और वह मौके से भाग खडे हुए। इस दौरान किराना की दुकान को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। मामले की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस गांव में पहुंची और हालातों को सामान्य बनाने में जुट गई।

मंगलवार को वाराणसी के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के करधना गांव में जब मोहर्रम का जुलूस निकाला जा रहा था तो जुलूस के करधना बाजार में पहुंचते ही ताजियादारों ने सड़क किनारे खड़े जामुन के पेड़ की डाल को काटना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों द्वारा जब डाल काडने के लेकर टोका टाकी की गई तो जुलूस निकाल रहे लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और दोनों के बीच पथराव होने लगा। इस दौरान जमकर दोनों तरफ से ईट पत्थर चलें और एक दूसरे पर लाठी डंडे बरसाए गए।

सरेआम हो रही संघर्ष की इस वारदात में रास्ते पर हुए खून खराबे के बीच आरोप है कि इस दौरान कुछ लोगों द्वारा तलवारे भी निकाली गई है। बवाल की चपेट में आकर 19 वर्षीय आदर्श जायसवाल, 22 वर्षीय राहुल जायसवाल, 55 वर्षीय देखू जायसवाल, 25 वर्षीय राजन जायसवाल, 29 वर्षीय सत्य प्रकाश जायसवाल, 56 वर्षीय बबलू जायसवाल, 30 वर्षीय मोनू जायसवाल 60 वर्षीय ज्वाला जायसवाल और 65 वर्षीय जमुना जायसवाल को गंभीर चोटों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

संघर्ष की इस वारदात की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और लाठियां फटकार कर संघर्ष पर उतारू भीड़ को दूर तक दौड़ाया। मारपीट करने वाले तत्वों की पहचान शुरू कर पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के प्रयासों में लग गई है।

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