बंदर द्वारा फेंका गया पैकेट बच्चों के लिए बना जानलेवा- एक बालक की मौत
बदायूं। बंदर द्वारा कहीं से उठाकर सड़क पर फेंके गए विषैला पदार्थ के पैकेट को उठाकर तीन बच्चों ने उसमें भरे पाउडर को चूरन समझकर चाट लिया। जिससे सगे भाई समेत तीन तीन बच्चों की हालत बिगड़ गई। अस्पताल में ले जाए गए तीन मासूमों में से एक बालक की मौत हो गई है। जबकि दो अन्य बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जनपद के वजीरगंज थाना क्षेत्र के बगरैन के रहने वाले गुड्डू अली का 4 वर्षीय बेटा राहत अली उर्फ ईशान तथा 2 वर्षीय आतिफ के साथ पड़ोस के तहजीब की 5 वर्षीय बेटी मन्नत दोपहर के समय जब घर के बाहर खेल रहे थे तो इसी दौरान कहीं से उठाकर लाया गया पैकेट बंदर ने सड़क पर फेंक दिया।
बच्चों ने बंदर द्वारा फेंके गए उस पैकेट को उठा लिया और उसमें भरे पाउडर को चूरन समझ कर चाट गए। पाउडर खाते ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। तीनों बच्चों के मुंह से झाग निकलते हुए देखकर बुरी तरह से घबराए परिजन गांव वालों की मदद से तीनों बच्चों को लेकर बिसौली के अस्पताल में पहुंचे। जहां 2 साल के आतिफ की मौत हो गई है। जबकि राहत का इलाज चल रहा है।
उधर 5 वर्षीय मन्नत को परिजनों द्वारा जर्बदस्ती देसी घी पिलाकर उल्टी करा दी गई, जिससे उसकी हालत में सुधार होना बताया जा रहा है।
परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर मासूम के शव को भारी गमगीन माहौल के बीच सुपुर्दे खाक कर दिया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद जिस समय तक पुलिस गांव में पहुंची उस समय तक परिजन बालक के शव को दफन कर चुके थे।
पुलिस ने बच्चों की मौत का कारण बने पैकेट को तलाशने की काफी भाग दौड़ की, लेकिन वह पैकेट नहीं मिल सका है।
इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने बताया है कि उन्होंने घटना की बाबत परिजनों से बात की है। परिजनों की ओर से पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई थी। इस वजह से बच्चों के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है