सूदखोर से परेशान पिता ने गले में डाली तख़्ती मेरा बेटा बिकाऊ है - सूदखोर अरेस्ट
अलीगढ़। 1980 के दशक में एक फिल्म आई थी दूल्हा बिकता है। राज बब्बर अभिनीत इस फिल्म की अलीगढ़ में फिर से याद ताजा हो गई लेकिन इस बार दूल्हा नही बिक रहा था बल्कि बेटा बिकता है बोलो खरीदोगे क्या। सूदखोर से परेशान पिता बेटे की नीलामी के लिए गले में तख्ती डालकर बैठा तो पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने सूदखोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गौरतलब है कि अलीगढ़ जनपद के महुआ खेड़ा इलाके में रहने वाले राजकुमार ई रिक्शा चला कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। राजकुमार का आरोप है कि उसने अपने एक रिश्तेदार चंद्रपाल से 50 हजार रुपये उधार लिए थे। बाद में चंद्रपाल ने राजकुमार को कर्जदार बनाकर उसके एक प्लाट के कागजात रखवा लिए और उस पर बैंक से लोन भी ले लिया।
राजकुमार का आरोप है कि चंद्रपाल अक्सर उसके घर पर आकर पत्नी और नाबालिग बेटियों के साथ बदतमीजी करता था। राजकुमार का आरोप है कि 21 अक्टूबर को चंद्रपाल ने उसका ई रिक्शा छीन लिया। उसने थाने में शिकायत की मगर उसे पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद राजकुमार अपने गले में एक तख्ती, जिस पर स्लोगन लिखा हुआ था कि मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे बेटा बेचना है, के साथ पत्नी और बच्चों के साथ बैठ गया। बेटा बेचने की तख्ती गले में डाल कर बैठे राजकुमार ने अपने बेटे की कीमत 6 से 8 लाख रुपए लगाई।
जब यह मामला आला अधिकारियों की जानकारी में पहुंचा तब पुलिस हरकत में आई और पुलिस ने आरोपी चंद्रपाल को मुकदमा दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में तब एक नया मोड़ तब आया जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने X हैंडल से एक पोस्ट लिखी। अखिलेश यादव ने लिखा यह है भाजपा का अमृत काल, जब एक पिता अपने पुत्र को बेचने के लिए गली में तख्ती लटका कर बिलखने को मजबूर है। अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में इससे आगे लिखा "इससे पहले की यह तस्वीर दुनिया भर में फैल जाए और प्रदेश के साथ-साथ देश की छवि संपूर्ण विश्व में धूमिल करें, कोई तो सरकार को जगाए।