रिश्वत लेते कर्मचारी अरेस्ट- छापे से तहसील में मचा हड़कंप
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले की भोगाँव तहसील के एक प्राइवेट कर्मचारी को विजिलेंस आगरा की टीम ने पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मैनपुरी की भोगांव तहसील में गांव गौशलपुर गहियर के एक भूखंड के दाखिल खारिज के मामले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक सेल आगरा की टीम ने तहसीलदार न्यायालय में छापा मारकर एक प्राइवेट कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम पकड़े गए प्राइवेट कर्मी को लेकर मैनपुरी की ओर रवाना हो गई। भ्रष्टाचार निरोधक टीम के छापे से तहसील में हड़कंप मच गया। तहसील में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारी तहसील से गायब हो गए।
तहसीलदार कमलेश कुमार ने बताया कि आगरा से आई विजिलेंस टीम ने गोशलपुर गहियर की पिंकी मिश्रा से पांच हजार रुपये लेते हुए हरी सिंह को गिरफ्तार किया है।
पिंकी मिश्रा ने विजिलेंस आगरा को शिकायत की थी कि उसने जो जमीन का बैनामा रामदास से 2022 में कराया था उसका दाख़िल खारिज नहीं हो रहा था और उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। तहसील दिवस में शिकायत की मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उपजिलाधिकारी भोगाँव संध्या शर्मा को विजिलेंस टीम ने जानकारी दी है।
इस घटना पर लोगों का कहना है कि तहसील में लगे प्राईवेट कर्मी कोई कार्य बिना रुपये लिए नहीं करते हैं। मेड़बंदी की फाइलें गायब कर दी जाती हैं। जनता की सुनवाई तहसीलों पर नहीं होती है।
वार्ता