सोशल मीडिया पर कुछ भी भेजने से पहले बरतें यह चौकसी- नहीं तो कार्यवाही
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से व्हाट्सएप एवं अन्य सोशल मीडिया पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वह कुछ भी सामग्री प्रेषित करने से पहले उसकी भली-भांति जांच कर ले। यदि कोई सामग्री पुरानी अथवा असत्य पाई जाती तो शिकायत मिलने के बाद संबंधित के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव की ओर से सोशल मीडिया के प्लेटफार्म व्हाट्सएप आदि पर सूचनाओं का आदान प्रदान प्रदान करने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वह विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार प्रसार से संबंधित किसी भी सूचना या अन्य प्रचार प्रसार सामग्री को एक दूसरे को शेयर करने से पहले उसकी भलीभांति जांच कर लें। यदि कोई आपत्तिजनक सामग्री आपको मिलती है तो उसके बारे में तुरंत संबंधित स्थानीय थाना अधिकारी अथवा पुलिस के अन्य उच्चाधिकारियों को अवगत कराएं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जनपदवासियों को चेतावनी दी है कि शेयर की गई सूचना के संबंध में यदि वह सूचना पुरानी अथवा झूठी पाई जाती है तो शेयर करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत करते हुए संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा एवं मणिपुर में शनिवार को भारत निर्वाचन आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी की जा चुकी है, जिसके चलते लगी आचार संहिता के अंतर्गत पुलिस और प्रशासन की ओर से लोगों की तमाम राजनैतिक व अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस और प्रशासन का समुचित प्रयास है कि किसी भी तरह की ऐसी आपत्तिजनक सामग्री का इधर से उधर आदान-प्रदान ना हो जिसके चलते दो समुदाय के बीच किसी तरह का वैमनस्य उत्पन्न हो सके।