रैगिंग के आरोपी 7 मेडिकल छात्रों को निष्कासन और जुर्माने की सजा
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित राजकीय मेडिकल कालेज पिलखनी में जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग करने की घटना में दोषी पाए गए सात मेडिकल छात्रों को कालेज प्रशासन ने तीन महीने के लिये निष्कासित करते हुये हर छात्र को 25 हजार रूपये जुर्माना भरने के निर्देश दिये हैं।
एमबीबीएस वर्ष 2019 सत्र के सात छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने पिछले शनिवार की रात छात्रावास की दीवार फांदकर सत्र 2022 के छात्रों के साथ रैगिंग की और विरोध करने पर मारपीट की, जिसमें छह छात्र घायल हो गए। घटना करने के बाद हमलावर सीनियर छात्र भाग गए।
घटना के अगले दिन रविवार को कालेज के प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमेटी से पूरे मामले की जांच कराई। जांच रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को आरोपी सात छात्रों दिव्यांस जयंत, रंगलाल मीणा, सुमित, तिलदेव, अंकित, विवेक राज और शिवम वर्मा के खिलाफ आज यह कार्रवाई की गई।
प्रधानाचार्य ने छात्रावास के वार्डन से कहा है कि इन छात्रों से कमरों को खाली कराकर चाभी उन्हें सौंप दी जाए। प्रधानाचार्य ने की गई कार्रवाई से थाना सरसावा के पुलिस निरीक्षक योगेश शर्मा और दोषी पाए गए छात्रों को भी सूचित किया है। मेडिकल कालेज में इससे पहले भी जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की घटनाएं सामने आयी हैं। पांच फरवरी 2021 के, एक अगस्त 2021 को और 19 नवंबर 2021 को रैगिंग की घटनाएं सामने आईं। हर बार कालेज प्रशासन ने आरोपित छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की लेकिन इस कालेज में रैगिंग की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही हैं।
वार्ता