गेमिंग जोन अग्निकांड का क ने लिया संज्ञान- बोले यह मानव निर्मित हादसा
अहमदाबाद। गुजरात हाईकोर्ट ने राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में लगी आग के मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा है कि यह मानव निर्मित आपदा है और अहमदाबाद में सिंधु भवन रोड, सरदार पटेल रिंग रोड तथा एसजी हाईवे पर गेमिंग जोन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए एक खतरा बन गए हैं। हाईकोर्ट ने यह भी बताने के लिए कहा है कि हादसे का कारण बने गेमिंग जोन को चलाने की इजाजत आखिर किस प्रावधान के अंतर्गत दी गई है। रविवार को राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में लगी भयंकर आग के मामले का गुजरात हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है।
साप्ताहिक छुट्टी होने के बावजूद गुजरात हाईकोर्ट की स्पेशल बेंच ने आज इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा है कि टीआरपी गेमिंग जोन में हुई आग लगने की यह घटना पूरी तरह से मानव निर्मित आपदा है। हाईकोर्ट ने कहा है कि राज्य के अहमदाबाद में सिंधु भवन रोड, सरदार पटेल रिंग रोड तथा एसजी हाईवे पर स्थापित किए गए गेमिंग जोन सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बन गए हैं।
हाईकोर्ट ने राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में लगी आग की घटना को लेकर अब अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट नगर निगम से इस बारे में उनकी सफाई मांगी है और यह बताने के लिए कहा है कि इस गेमिंग जोन को चलाने की इजाजत आखिर किस प्रावधान के अंतर्गत दी गई है? उल्लेखनीय है कि राजकोट स्थित टीआरपी गेमिंग जोन में शनिवार को लगी आग की चपेट में आकर दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। मामले की जांच के लिए वैसे तो एसआईटी का गठन भी कर दिया गया है और इस हादसे में जिन 27 लोगों की मौत हुई है, उनमें चार बच्चे भी शामिल है।
इस बीच फुर्सत मिलने के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार की सवेरे नाना मावा रोड पर हादसे का कारण बने गेमिंग जोन तथा उस अस्पताल का दौरा किया है जहां घायल हुए लोगों को ट्रीटमेंट के लिए भर्ती कराया गया है। अधिकारियों के मुताबिक टीआरपी गेमिंग जोन के मालिक एवं प्रबंधन को गिरफ्तार कर लिया गया है।