स्कूलों में लगी मंत्री की पाठशाला- कपिल देव ने दी आगे बढ़ने की प्रेरणा

मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के व्यावसायिक शिक्षा कौशल विकास मिशन विभाग एवं उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 134 वीं जयंती के अंतर्गत शहर के डीएवी इंटर कॉलेज तथा वैदिक पुत्री इंटर कॉलेज में पाठशाला लगाते हुए बाबा साहब के जीवन से जुड़ी जानकारी छात्र-छात्राओं को देते हुए कठिन परिश्रम के माध्यम से अपने लक्ष्य को साधने का आह्वान किया।

बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन विभाग तथा उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने शहर के आर्य समाज रोड स्थित DAV इंटर कॉलेज, और और नई मंडी के वैदिक पुत्री इंटर कॉलेज में पहुंच कर भारतीय संविधान के शिल्पकार, सुप्रसिद्ध समाज सुधारक, एवं भारत रत्न से अलंकृत बाबा साहेब डॉ० भीमराव राम जी अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर छात्र और छात्राओं के बीच उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए, कठिन परिश्रम कर अपने लक्ष्य को साधने का आह्वान किया, तत्पश्चात कॉलेज प्रांगण में पौधारोपण किया।

छात्र-छात्राओं की पाठशाला लगाते हुए मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने जन्म से लेकर मृत्यु तक अनेक प्रकार के भेदभाव का सामना किया। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उच्च शिक्षा प्राप्त की और इन सबके पश्चात भारत के दरिद्र नारायण की सेवा के लिए कार्य किया।

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया है कि डॉ भीमराव अंबेडकर समाज के भीतर से अस्पृश्यता को मिटाना चाहते थे। वे समस्त समाज की बंधुता और समता के समर्थक थे।
डीएवी इन्टर कॉलेज में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि डाक्टर भीमराव अंबेडकर ने धारा 370 का विरोध किया था और वे समान नागरिक संहिता के पक्षधर थे।

वैदिक पुत्री इंटर कॉलेज में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बच्चियों से बात करते हुए बताया कि बाबा साहब कुशाग्र बुद्धि के थे और उन्होंने अत्यंत विकट परिस्थितियों में अध्ययन किया और विदेशों में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त की। वे कई विषयों के विशेषज्ञ थे और उन्हें दुनिया के विभिन्न देशों में सेवा का अवसर मिल सकता था, लेकिन उन्होंने बचपन में झेली गई समस्याओं के समाधान के लिए भारत में ही रहकर कार्य किया।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दोनों कार्यक्रमों के अंत में कॉलेज प्रशासन व अध्यापकों से बातचीत की और बच्चों से आह्वान किया कि वह अपने जन्मदिन पर एक पौधा जरूर लगायें, और वर्ष पर्यंत उनकी देखभाल करें।