बकरीद को शांति से संपन्न कराने को आगे आए समाजसेवियों ने की यह अपील
रुड़की। देशभर में 10 जुलाई दिन रविवार को मनाए जाने वाले ईद उल अजहा के त्यौहार को जिले और शहर में सकुशल संपन्न कराने को आगे आते हुए वरिष्ठ समाजसेवियों ने कहा है कि ईद उल अजहा के मौके पर मुस्लिम समुदाय के सभी लोग अपने आसपास रहने वाले हिंदू भाइयों का खासतौर पर ध्यान रखें और कोई भी ऐसा काम नहीं करें, जिससे समाज के बीच भाईचारा खराब हो।
शनिवार को महानगर के वरिष्ठ समाजसेवी शेरू मलिक एवं नोमान गौर ने ईद उल अजहा के मौके पर मुस्लिम समुदाय लोंगो से कहा है कि वह अपने आसपास रहने वाले हिंदू भाइयों का खासतौर पर ध्यान रखें। कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे कि हमारा भाईचारा खराब हो और असामाजिक तत्व इसका मौका उठाकर हमारे भाईचारे और कौमी एकता को खराब करने का काम करें।
उन्होंने कहा कि हमारे राज्य और शहर तथा व्यक्तित्व में भाईचारा, कौमी एकता, गंगा जमुनी तहजीब आज भी हमेशा की तरह कायम है और सभी त्यौहार हम लोग मिलजुलकर मनाते हैं। हम सभी लोगों को भाईचारे को कायम रखते हुए ईद उल अजहा का त्योहार मनाना है।
शेरू मलिक ने अपील की है कि सोशल मीडिया के फेसबुक एवं व्हाट्सएप पर जानवर की कुर्बानी की फोटो कोई ना डालें जिससे कि भाईचारा व सौहार्द खराब हो। हालाकि कुछ असामाजिक लोग माहौल खराब करने का प्रयास करेंगे, लेकिन हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना है और पुलिस व प्रशासन की मदद के माध्यम से भाईचारा कायम रखना है। खास तौर पर अपने आस पड़ोस के हिंदू भाइयों का ध्यान रखते हुए हमें किसी भी तरह की कोई ऐसी गलती नहीं करनी है जिससे कि हमारा भाईचारा प्यार खराब हो।
शेरू मलिक ने कहा कि हमारे आसपास नगर पालिका,नगर पंचायत, नगर निगम द्वारा बड़े डस्टबिन कूड़ा डालने के लिए रखे जाएंगे। जानवरों के अवशेष उसी डस्टबिन में डालें जिससे कि गंदगी ना फैले। उन्होंने कहा कि हमें गंगा जमुना तहजीब को कायम रखते हुए त्योहार मिलजुलकर मनाना है इस अवसर पर उन्होंने सभी देश प्रदेश वासियों को ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी।
रिपोर्ट साजिद मलिक रुड़की