बारिश ने खोली कांवड़ यात्रा तैयारी की पोल- सड़कें बनी ताल तलैया
रुड़की। आगामी 14 जुलाई से आरंभ हो रही श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर नगर निगम की ओर से किए गए पुख्ता बंदोबस्तों की पोलपटटी आज हुई तकरीबन 15 मिनट की बारिश ने सबके सामने खुली किताब की तरह खोलकर रख दी है। बारिश से कांवड़ यात्रा मार्ग की सड़कों के अलावा अन्य सभी रास्ते थोड़ी ही देर में ताल तलैया बन गए। जिसके चलते अनेक दुकानों एवं घरों के भीतर नालों का गंदा पानी भर गया और लोगों को नगर निगम की अकर्मण्यता की वजह से भारी नुकसान झेलने को विवश होना पडा।
आगामी 14 जुलाई दिन बृहस्पतिवार यानि कल से श्रावण मास की कांवड़ यात्रा का विधिवत आगाज होने जा रहा है। कोविड-19 की वजह से 2 साल तक निरंतर बंद रही श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार पुलिस और प्रशासन के साथ नगर निगम की ओर से भी कांवड़ियों के लिए विभिन्न सुविधाएं जुटाने के लंबे चौड़े दावे किए जा रहे हैं। जिसके चलते अफसरों द्वारा लगातार निरीक्षण की कार्रवाई कर दावों के पुख्ता बंदोबस्त होने की जानकारी लोगों के बीच तक पहुंचाने के लिए मीडिया का सहारा लिया जा रहा है।
अभी तक कागजों पर चौतरफा चकाचक दिखाई दे रही व्यवस्थाओं को लेकर वास्तविक रूप से नगर निगम की ओर से श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर कितनी तैयारियां की गई है इसकी पोल पट्टी बुधवार को हुई तकरीबन 15 मिनट की बारिश ने सबके सामने खुली किताब की तरह खोलकर रख दी है। बड़ी उम्मीदों के साथ हुई तकरीबन 15 मिनट की बारिश ने नालों की सुव्यवस्थित तरीके से साफ सफाई नही होने की वजह से कांवड़ यात्रा मार्ग समेत महानगर की अन्य सभी सड़कों को ताल तलैया बना दिया।
महानगर के भीतर स्थित नालों में भारी गंदगी जमा होने की वजह से उन्होंने बरसाती पानी को अपने में समाहित करने से इंकार कर दिया। जिसका परिणाम यह रहा कि बरसात के पानी के साथ नालों का गंदा पानी भी सड़कों के ऊपर बहने लगा। बरसात के साथ गंदे पानी ने आसपास की दुकानों के अलावा मकानों में भी अपना डेरा जमा लिया। घरों व मकानों के भीतर जलभराव हो जाने से कारोबारियों के साथ लोगों को नगर निगम की अकर्मण्यता की वजह से भारी नुकसान झेलने को मजबूर होना पड़ा है।