प्रत्येक आपदा प्रभावित परिवार को आवास व राहत राशि दी जायेगी: धामी
नैनीताल। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पिथौरागढ़ के रांथी गांव पहुंचकर आपदाग्रस्त खोतिला के ग्रामीणों से मुलाकात की और उनके दर्द को जाना। उन्होंने कहा कि इस आपदा में 58 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। सरकार ग्रामीणों का हरसंभव पुनर्वास करेगी। पीड़ितों को घर व राहत राशि मुहैया करायी जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून से सुबह धारचूला के जवाहर सिंह नबियाल हैलीपैड पहुंचे और उन्होंने इस दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होने पीड़ित ग्रामीणों से मुलाकात की और उनके दर्द को सुना। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आपदा पीड़ितों को ढांढस बंधाया और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
इस दौरान ग्रामीणों की आंखों में आपदा के जख्म साफ दिखायी दे रहे थे। मुख्यमंत्री के सामने ग्रामीण मदद की गुहार लगाते नजर आये। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आपदा प्रभावित छह परिवारों को आपदा राहत के चेक दिये। आपदा में मृत महिला पशुपति देवी के परिजनों को चार लाख रूपये की राहत राशि उपलब्ध करायी गयी।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सरकार आपदा प्रभावितों के दुख दर्द में इस समय उनके साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद दी जायेगी। सरकार प्रत्येक आपदा पीड़ित को आवास उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें तत्काल राहत राशि उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने काली नदी के किनारे तटबंध निर्माण कार्य का मुआयना किया और इसके लिये जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान की पीठ थपथपायी।
गौरतलब है कि नौ सितम्बर की रात को पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र भी भीषण बरसात व अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे नेपाल के लास्को गधेरे में बादल फटने से काली नदी का जलस्तर यकायक बढ़ गया जिससे काली नदी के किनारे बसे रांथी गांव के तल्ली खोतिला के 50 से अधिक मकान पानी में डूब गये। इससे कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये।
सीमा पर तैनात एसएसबी व आईटीबीपी के जवानों ने ग्रामीणों की मदद की और उन्हें तत्काल सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। प्रशासन भी तत्काल हरकत में आया और ग्रामीणों की मदद के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पुलिस व प्रशासन की टीमों को तैनात कर दिया। गांव में आज भी हालात खराब हैं। सड़क व सम्पर्क मार्ग टूट गये हैं।
वार्ता