पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अपने दल को झटका देकर हुए बीजेपी में शामिल

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अपने दल को झटका देकर हुए बीजेपी में शामिल

देहरादून। विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ उतरकर एक बार फिर से राज्य में अपनी सरकार बनाने के प्रयासों में लगी कांग्रेस को ऐन वक्त झटका देते हुए पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने भगवा चोला धारण करते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। पार्टी की ओर से अब उन्हें राज्य की टिहरी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

बृहस्पतिवार को कांग्रेस द्वारा पार्टी से निकाले गए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भगवा चोला धारण करते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद किशोर उपाध्याय ने कहा है उत्तराखंड के विकास के लिए उनका कांग्रेस छोड़ना जरूरी था, इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। अब बताया जा रहा है कि भाजपा किशोर उपाध्याय को टिहरी से अपना उम्मीदवार बना सकती है। कांग्रेस छोड़ने के कारण के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए किशोर उपाध्याय ने कहा कि उनके पार्टी छोड़ने की असली वजह तो कांग्रेस से ही पूछी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह 45 साल से कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं और कभी भी किसी की आलोचना नहीं करते हैं, लेकिन उत्तराखंड और देश की रक्षा तभी संभव है, जब उत्तराखंड खुशहाल रहेगा, सुखी रहेगा और राज्य के विकास के लिए ही उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया। भाजपा में शामिल होने के बाद किशोर उपाध्याय ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कामकाज की भी जमकर तारीफ की।

उल्लेखनीय है कि, किशोर उपाध्याय 1978 में कांग्रेस से जुड़े थे। कांग्रेस के टिकट पर ही वो 2002 और 2007 में टिहरी से विधायक चुने गए। 2014 में कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें उत्तराखंड का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। पिछले काफी समय से उनके कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने की खबरें आ रही थी । लगातार आ रही इन खबरों के बीच कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें 12 जनवरी को ही पार्टी के सारे पदों से हटाने की घोषणा कर दी थी और भाजपा में शामिल होने के एक दिन पहले 26 जनवरी को कांग्रेस ने उन्हें 6 वर्ष के लिए पार्टी से निकाल भी दिया था।




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