आंदोलनकारी नहीं हैं पहलवान- विदेश में तिरंगा ही होता है सहारा- राकेश टिकैत

आंदोलनकारी नहीं हैं पहलवान- विदेश में तिरंगा ही होता है सहारा- राकेश टिकैत

मुजफ्फरनगर। जिले के ऐतिहासिक गांव सोरम में हुई सर्वखाप चौधरियों की पंचायत में सम्बोधित करते हुए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह बच्चे हैं, आंदोलनकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विदेश में तिरंगा ही सहारा होता है। टिकैत साहब 350 बार जेल गये। जेल भी आंदोलन का हिस्सा है।

भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सम्बोधित करते हुए कहा कि एक मुद्दा पिछले 40- 45 दिन से चला हुआ है। जो हमारे बच्चे हैं, जो पहलवान हैं। आंदोलन करने का तरीका तो शांतिपूर्ण है, यह हमारे देश के संविधान ने हमें दिया। यह हमारा मौलिक अधिकार भी है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करते हुए बच्चों का वहां से उठाया और पहलवान 40 दिन से ऐलिगेशन झेल रहे है कि वह तो झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने पूछा कि जिस पर पॉक्सो धाराएं जिस पर लगी है आज से पहले। उसकी गिरफ्तारी पहले हुई या जांच पहले हुई? सभी ने ये बताया है कि गिरफ्तारी पहले हुई। अगर उनकी गिरफ्तारी पहले हुई तो इस वाले में केस में गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा कानून ही बना दो कि पहले जांच होगी फिर गिरफ्तारी होगी तो फिर हम इनको सभी को मनायेंगें। उन्होंने कहा कि इनके लोग होंगे तो उनकी गिरफ्तारी नहीं होगी, उसकी जांच होगी अगर कोई दूसरा आदमी होगा तो उसकी गिरफ्तारी पहले होगी फिर जांच होगी। यह लड़ाई इसी की है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात कह रहे हैं। यहां पर भी बहुत फैसले हुए हैं, फैसला तो यहां का सुरक्षित रखा। एक फैसला पंचायत ने यह कहा कि राष्ट्रपति और सरकार से खाप प्रतिनिधि मिलेगा। यह लड़ाई लड़ी जायेगी। अन्याय उनके साथ में नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बांटने में लगी हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने ठाकुर और गुर्जर विवाद करा दिया। राकेश टिकैत ने कहा कि यौद्धा की कोई जाति नहीं होती। ठाकुर और गुर्जर समाज के लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि लड़ो मत। जैसे योद्धा की कोई जाति नहीं होती, वैसे ही पहलवानों की भी कोई जाति नहीं होती।

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने पहले हिन्दू-मुस्लिम कराया। इसके बाद मुलायम सिंह का परिवार तोड़ा। चौटाला परिवार तोड़ा। पटेल और नोन पटेल किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले धर्म के आधार पर लोगों को बांटा और अब जाति के आधार पर बांट रही है। उन्होंने कहा कि पहलवानों को कह रहे हैं कि वह इस जाति के थे। राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवान तिरंगा जाति के थे। पहलवान मेडल लाये, उनके पास तिरंगा ही सहारा था। उन्होंने कहा कि मैं भी 24, 25 देशों में गया लेकिन हमारी पहचान देश के झंडे से ही होती है। विदेश में नेशनल फ्लैग का ही सहारा होता है और कोई सहारा नहीं होता। हम इंडियन है, हम भारत के लोग हैं। हम भी विदेश में नेशनल फ्लैग लेकर जाते हैं।

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि इन पर कोई ऐलिगेशन ना लगाओ। यह बच्चे कोई आंदोलनकारी थे? उन्होंने कहा कि वह हताश हैं, पुलिस ने उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया। यह आंदोलन और यह लड़ाई लड़ी जायेगी। उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिलता तो वह यह लड़ाई पूरे देश में लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कल अयोध्या गये थे। राम मंदिर के दर्शन भी किये। वहां मौजूद अधिकारी, पुलिस और महात्मा या संत सभी अन्याय के खिलाफ हैं, सभी तुम्हारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता तो वह हर खाप और हर समाज के लोगों के साथ मीटिंग करेंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह आंदोलनकारी नहीं हैं, वह बालक हैं। आंदोलन तो यह समाज लड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह पत्रकार लड़ेंगे आंदोलन, यह देश लड़ेगा और जीत होगी। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं का अपमान है और यह तिरंगा का अपमान है। उन्होंने कहा कि इसी स्लोगन के साथ हम देशभर में जायेंगे।

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