अजब गजब- कार का नंबर लेने में ही खर्च कर दिए 5 लाख रूपये
गाजियाबाद। आमतौर पर वाहन की पूर्ति के लिए इंसान रात दिन मेहनत करके लाखों रुपए इकट्ठा करते हुए अपनी कार खरीदने की इच्छा पूरी करता है। जिसकी पूर्ति में उसके पसीने छूट जाते हैं और बदन काम करते-करते बुरी तरह से ऐठ जाता है। लेकिन अथाह पैसा रखने वाले लोग केवल नाम कमाने में ही लाखों रुपया खर्च करने में गुरेज नहीं करते। कार के लिए वीआईपी नंबर खरीदने के लिए ही एक व्यक्ति ने 5 लाख रूपये की बोली लगा दी और नवंबर आवंटित करा लिया।
गाजियाबाद के संभागीय परिवहन विभाग द्वारा वाहनों के पंजीकरण की नई सीरीज जारी की गई। जिसके लिए हरिशंकर यादव नामक व्यक्ति ने नई पंजीयन सीरिज यूपी-14 ईक्यू का 0001 वीआईपी नंबर लेने के लिए 5 लाख रूपये की भारी भरकम बोली लगा दी। परिवहन विभाग ने हरिशंकर यादव को उक्त नंबर आवंटित कर दिया। इससे पहले की सीरिज के वीआईपी नंबर मात्र 2 लाख रूपये तक ही बिक पाए थे।
गौरतलब है कि परिवहन विभाग द्वारा नई सीरीज जारी करने पर वीआईपी नंबर के लिए बोली लगाई जाती है। पहले तो वीआईपी नंबर केवल सिफारिश के आधार पर ही मिल जाते थे। लेकिन सरकार द्वारा वीआईपी नंबरों के प्रति बढते लोगों के रूझान और सिफारिशों के झंझटो से मुक्ति पाने के लिए इस व्यवस्था को बंद कर ऑनलाइन बोली लगाने का नियम लागू कर दिया। अब जो भी व्यक्ति वीआईपी नंबर लेने की इच्छा रखता है उसे बोली लगाने की ऑनलाइन प्रक्रिया से होकर गुजारना पड़ता है। एआरटीओ विश्वजीत सिंह ने बताया कि परिवहन विभाग की ऑनलाइन नीलामी में यूपी 14 ईक्यू सीरिज का 0001 नंबर लेने के लिए काफी संख्या में लोगों ने बोली लगाई थी। इसमें सबसे अधिकतम बोली हरिशंकर यादव ने 5 लाख रूपये लगाई है। उनके लिए यह नंबर आवंटित कर दिया गया है।