ग्राम प्रधान चुनावः अनपढ़ प्रधानों को कड़ी चुनौती देंगे युवा मतदाता

प्रतापगढ़। अनपढ़ प्रधानों को इस बार नए युवा मतदाता कड़ी चुनौती देंगे। हो सकता है कि इस बार अनपढ़ प्रधानों की संख्या दो-चार पर ही आकर ठहर जाये। प्रतापगढ़ में विगत चुनाव में 74 अंगूठाछाप प्रत्याशी प्रधानी का चुनाव जीत गये थे। इस बार पांच लाख नए मतदाता बने हैं, जिनमें से अधिकांश शिक्षित युवा हैं। उनका झुकाव शिक्षित प्रत्याशियों की ओर होगा। ऐसे में प्रधानी का चुनाव लड़ने वाले अनपढ़ प्रत्याशियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें पड़नी शुरू हो गई हैं।
प्रतापगढ़ में पिछली बार हुए चुनाव में वोटर्स ने 74 ऐसे प्रधानों को मौका दिया था, जो अपना नाम भी लिखना नहीं जानते थे। ग्रामीणों द्वारा प्रतापगढ़ में पढ़े-लिखे प्रत्याशियों को नकार दिया गया था। अंगूठाछाप प्रधानों के हाथ में गांवों के विकास की बागडोर दी गई थी। इस बार ऐसे प्रधानों की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं। इसका कारण है कि इस बार पांच लाख नए मतदाता शामिल हो गये हैं, जिनमें से अधिकांश वोटर्स युवा हैं, जो किसी न किसी कारणों से पिछली बार वोटर्स लिस्ट में एनरोल नहीं हो पाये थे। जो नए युवा वोटर्स हैं, उनका झुकाव शिक्षित प्रत्याशियों की तरफ है, इसलिए अनपढ़ प्रधानों में चिंता दिखाई दे रही है।
प्रतापगढ़ में वोटर्स की संख्या 2472462 थी, जो अब बढ़कर 2620052 हो गई थी। इसके साथ ही 62 ग्राम पंचायतों को शहरी निकायों में शिफ्ट कर दिया गया है। इस वजह से लगभग 3 लाख ग्रामीण वोटर्स अब शहरी निकाय में शामिल हो गये हैं। अब तक लगभग पांच लाख मतदाताओं को वोटर्स लिस्ट में शामिल किया गया है। ऐसे में अनपढ़ प्रधानों की चिंता अब बढ़ गई है। नए पढ़े-लिखे युवा मतदाता अनपढ़ प्रत्याशियों के लिए बढ़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।
रिपोर्टः प्रवीण गर्ग