छात्र/छात्राओं द्वारा लगाई गई मॉडल प्रदर्शनी का किया अवलोकन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया प्राविधिक शिक्षा विभाग का दायित्व मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। देश का भविष्य हमारी आज की युवा पीढ़ी पर है, जो जितना शिक्षित/प्रशिक्षित होगा, हमारा राष्ट्र उन्नति के पथ पर उतना ही आगे बढ़ेगा। शिक्षा का उद्देश्य मात्र साक्षरता नहीं, बल्कि रोज़गार के अवसर भी प्रदान करना है। पॉलीटेक्निक छात्र/छात्राएँ अधिकांशतः सामान्य परिवारों एवं ग्रामीण अंचलों से आते हैं। ऐसे में हमारा दायित्व और बढ़ जाता है कि उनकी प्रतिभाओं को इतना धार दें , इतना विकास करें कि वे अपनी चमक से अपने परिवार, समाज, प्रदेश एवं राष्ट्र को रोशन कर सकें। हमें सफलता के पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा दिए गये ट्रिपल सी-क्रियेटिविटी, क्यूरोसिटी एवं कमिटमेंट फार्मूले पर चलना होगा सफलता खुद हम तक पहुँचेगी।
प्राविधिक शिक्षा विभाग मंत्री, जितिन प्रसाद ने आज ये बातें यहाँ राजकीय पॉलीटेक्निक प्रांगण में आयोजित तकनीकी छात्र/छात्राओं के साथ शैक्षिक संवाद एवं उत्कृष्ट छात्र/छात्राओं को प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने मुख्य रूप से वर्तमान में तकनीकी शिक्षा अर्जित कर रहे पालीटेक्निक छात्र-छात्राओं के साथ सीधा संवाद स्थापित किया जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने, ग्रामीण अंचलों से आए हिंदी भाषी छात्र/छात्राओं हेतु प्रतिस्पर्धाओं का सामना करने की तैयारी, विद्यार्थी जीवन से ही चल रहे रोज़गार की चिन्ता, प्लेसमेण्ट एवं अन्य विभिन्न विषयों पर प्रश्नों के माध्यम से अपने वर्तमान एवं भविष्य को लेकर वृहद् परिचर्चा की।
इस अवसर पर जितिन प्रसाद ने भविष्य में प्राविधिक शिक्षा के बहुआयामी उन्नयन हेतु अपने मिशन के तौर पर संचालित कर प्रदेश की युवा पीढ़ी को तकनीकी शिक्षा से जोड़कर उनके कौशल को सुविकसित एवं सुसज्जित कर उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपनी सार्थक भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम मे राजकीय एवं अनुदानित पालीटेक्निक संस्थाओं के उत्कृष्ट छात्र-छात्रओं को प्राविधिक शिक्षा मंत्री द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। पुरस्कृत होने वाले छात्र-छात्राओं में राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के सिविल अभियंत्रण के कुनाल कुमार द्विवेदी एवं इलेक्ट्रानिक्स अभियंत्रण के ऋद्धम सैनी, राजकीय महिला पालीटेक्निक की फैशन डिजायन, अन्तिम वर्ष की फरहीन याकूब, कुमारी अंकिता दूवे, उन्नत राज, मोनिका विश्वास, सोमा वर्मा, हीवेट पालीटेक्निक की आई0 टी0 अन्तिम वर्ष की एकता प्रजापति, संजना मौर्या, लखनऊ पालीटेक्निक के इलेक्ट्रानिक्स अन्तिम वर्ष के राजेश कुमार मौर्या एवं इलेक्ट्रिकल अन्तिम वर्ष की प्रियांशी सिंह सम्मिलित रहे।
कार्यक्रम में प्राविधिक शिक्षा विभाग के वर्तमान में अर्जित उपलब्धियों पर आधारित एक फोटो गैलरी एवं पालीटेक्निक संस्थओं में विभिन्न ट्रेडों में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं द्वारा आधुनिक तकनीकी पर आधारित समावेशी विकास को समर्पित एक मॉडल प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के छात्र गौरव सिंह पटेल तथा सौरभ कुमार गौतम द्वारा संस्था के व्याख्याता भौतिकी, आर0 के0 वर्मा के नेतृत्व में एस्ट्रोनामी फिजिक्स पर प्रकाशित चार पुस्तकों तथा तीन रिसर्च पेपर की प्रस्तुति एवं राजकीय महिला पालीटेक्निक की छात्रा साक्षी साहू तथा श्वेता पाण्डेय द्वारा प्रदर्शित पाल्यूशन कन्ट्रोल सिस्टम की मंत्री द्वारा बहुत ही सराहना की गयी। साथ ही प्राविधिक शिक्षा मंत्री द्वारा राजकीय पालीटेक्निक लखनऊ के पी0एम0टी0 ब्लाक का लोकार्पण, वृक्षारोपण एवं शैक्षिक स्टाफ से सीधा संवाद स्थापित किया गया।
कार्यक्रम में प्राविधिक शिक्षा विभाग के निदेशक, मनोज कुमार, द्वारा तकनीकी शिक्षा की महत्ता एवं भावी युवा पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य हेतु इसकी सार्थकता पर विशेष प्रकाश डाला गया एवं प्राविधिक शिक्षा विभाग के विजन डाक्यूमेंट पर एक विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गयी। स्वागत भाषण सुनील कुमार चौधरी, विशेष सचिव, प्राविधिक शिक्षा, उ0प्र0 शासन द्वारा प्रस्तुत किया गया एवं संस्था प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, विशेष अतिथि, प्राविधिक शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारीगण, समस्त मीडिया बन्धुओं सहित कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम में विशेष सचिव, कृपा शंकर, एवं नागेन्द्र शर्मा, निदेशक, प्राविधिक शिक्षा, मनोज कुमार, संयुक्त निदेशक, प्राविधिक शिक्षा (मध्य क्षेत्र) के0 राम, संयुक्त निदेशक, प्राविधिक शिक्षा, पूर्वी क्षेत्र, सुरेन्द्र प्रसाद, प्रधानाचार्य, राजकीय पालीटेक्निक, लखनऊ प्रमोद कुमार, प्रधानाचार्य राजकीय महिला पालीटेक्निक लखनऊ, एस0 के0 श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य हीवेट पालीटेक्निक लखनऊ, डॉ यू0 सी0 वाजपेयी, प्रधानाचार्य, लखनऊ पालीटेक्निक लखनऊ, राजेन्द्र सिंह सहित संस्था के समस्त शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।