UPTET पेपर लीक-शामली के आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर संपत्ति भी जब्त
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने के मामले में गिरफ्तार किए गए शामली के तीनों आरोपियों के ऊपर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज करते हुए अब उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। इस मामले में फरार चल रहे सिपाही के शिक्षक भाई की गिरफ्तारी के बाद ही इस बात की पूरी जानकारी मिल सकेगी कि यूपीटीईटी का प्रश्नपत्र कौन सी प्रिंटिंग प्रेस से लीक होकर उनके हाथ लगा था।
शुक्रवार को मिल रही जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक करने के मामले में शामली से गिरफ्तार किए गए धर्मेंद्र, रवि एवं मनीष उर्फ मोनू के ऊपर सरकार की ओर से गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज करते हुए तीनों की संपत्ति जब्त किए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। यूपीटीईटी का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले की गंभीरता के साथ जांच पड़ताल कर रही एसटीएफ का मानना है कि यूपीटीईटी परीक्षा के प्रश्नपत्र की छपाई करने का ठेका नोएडा और दिल्ली की टीम प्रिंटिंग प्रेस को दिया गया था, जिसके चलते प्रिंटिंग प्रेस से ही छपाई के दौरान यूपीटीईटी का पेपर लीक किया गया है। इस मामले में शामिल सिपाही के शिक्षक भाई की गिरफ्तारी के बाद ही इस बात की सही जानकारी मिल सकेगी कि यूपीटीईटी का प्रश्न पत्र किस प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था।
अलीगढ़ के हजियापुर टप्पल निवासी गौरव मलान की गिरफ्तारी के बाद यह तो पूरी तरह से साफ हो गया है कि यूपीटीईटी का पेपर लीक कराने वाला सरगना अलीगढ़ के गोंडा निवासी निर्दाेष चौधरी है जो अलीगढ़ के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात है। निर्दाेष का भाई उपदेश चौधरी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है और उसकी तैनाती आगरा में चल रही थी। यूपीटीईटी की परीक्षा निरस्त होने के बाद से शिक्षक निर्दाेष एवं उसका भाई उपदेश फरार है। उधर निर्दाेष के साथी विष्णु की भी कोई लोकेशन एसटीएफ के हाथ नहीं लग रही है। शामली पुलिस की विवेचना में कार्यवाही को आगे बढ़ाया जा रहा है। एसटीएफ की तरफ से गिरफ्तार किए गए गौरव मलान, धर्मेंद्र, मोनू और रवि पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। ताकि 14ं ए के अंतर्गत उनकी संपत्ति को ज़ब्त किया जा सके।