UP बोर्ड के छात्र-छात्रों को मिलेगी करियर काउंसलिंग में इस तरह सहायता
लखनऊ। पंख पोर्टल को यूनिसेफ की मदद से बनाया गया है। इसमें यूपी बोर्ड का पंजीकरण नंबर और विषय डालने पर इससे संबंधित कॅरिअर की गाइडेंस मिलेगी। इससे गांव-कस्बों के बच्चों को अपने विषय से संबंधित कई तरह के कॅरिअर की जानकारी मिलेगी। इसमें किस तरह के कोर्स किए जा सकते हैं और भविष्य में इसमें आगे बढ़ने की क्या संभावनाएं हैं, इसकी जानकारी भी मिलेगी।
समाज को सुव्यवस्थित करने में शिक्षा का सबसे ज्यादा महत्व होता है। शिक्षा से व्यक्तित्व व विकास होता है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद ही शिक्षा को अपनी प्राथमिकता में रखा था। वे 2017 में जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब शिक्षा का दायित्व अपने भरोसेमंद उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा को सौंपा था जो लखनऊ विश्वविद्यालय के जाने माने प्रोफेसर हैं। शिक्षा के तीन स्तरों में माध्यमिक शिक्षा व्यक्तित्व के गठन में विशेष महत्व रखती है। सही मायने में माध्यमिक शिक्षा के बाद तो उपाधियों की शिक्षा होती हे। स्नातक, परास्नातक, डाक्टर, इंजीनियर, सीए और एमबीए- ये सभी विभिन्न विषयों की उपाधियां हैं। इसीलिए योगी आदित्यनाथ ने
माध्यमिक शिक्षा विभाग के करियर काउंसिलिंग के लिए पंख पोर्टल लांच किया है। इसके साथ ही प्रदेश में शिक्षा बोर्ड ने पांच पोर्टल लांच कर शिक्षा को बहुआयामी बना दिया है। अब गांव में बैठे विद्यार्थी करियर काउंसिलिंग के लिए पेशेवर मदद ले सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर 10 प्रतिभाशाली गुरुजनों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया है। इससे पूर्व योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में एजुकेशन टाउनशिप बनाने की घोषणा कर चुके हैं। इस टाउनशिप में निजी शिक्षा संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। यह एजुकेशन टाउनशिप अमेरिका की तर्ज पर बनायी जाएगी। इनमें छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार का हुनर एक ही स्थान पर सीखने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा दिवस 5 सितम्बर को माध्यमिक शिक्षा विभाग के कॅरिअर काउंसिलिंग के लिए पंख पोर्टल लांच किया। इसके साथ ही स्कूल मैपिंग का पोर्टल पहुंच, ऑनलाइन मॉनिटरिंग व स्कूल ग्रेडिंग का पोर्टल परख, ई लाइब्रेरी का पोर्टल प्रज्ञान भी लांच हो गया। पंख पोर्टल को यूनिसेफ की मदद से बनाया गया है। इसमें यूपी बोर्ड का पंजीकरण नंबर और विषय डालने पर इससे संबंधित कॅरिअर की गाइडेंस मिलेगी। इससे गांव-कस्बों के बच्चों को अपने विषय से संबंधित कई तरह के कॅरिअर की जानकारी मिलेगी। इसमें किस तरह के कोर्स किए जा सकते हैं और भविष्य में इसमें आगे बढ़ने की क्या संभावनाएं हैं, इसकी जानकारी भी मिलेगी।
यूपी बोर्ड ने अपनी व्यवस्थाओं को ऑनलाइन करने के लिए पांच पोर्टल तैयार किए हैं। स्कूलों की वस्तुस्थिति जानने के लिए पहचान पोर्टल भी लांच किया जाएगा। वहीं पहुंच पोर्टल के माध्यम से माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों की मैपिंग की जानकारी मिल सकेगी। इससे नए स्कूलों को खोलने के लिए मदद ली जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेसिक शिक्षा के 10 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया। वहीं इस कार्यक्रम में केजीबीवी की छात्राओं व दिव्यांग विद्यार्थियों को भत्ते का डीबीटी किया गया। इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग के विभिन्न पोर्टलों, नए हाईस्कूल का शिलान्यास आदि भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमेरिका की तर्ज पर विकसित होने वाली एजुकेशन टाउनशिप परियोजना को मंजूरी पहले ही दे दी है। ये टाउनशिप देश की पहली एजुकेशन टाउनशिप होगी जहाँ एक ही जगह पर छात्रों को विभिन्न प्रकार की शिक्षा दी जाएगी साथ ही रोजगार के लिए कौशल भी सिखाया जायेगा। इस टाउनशिप में शिक्षा संस्थानों के अतिरिक्त, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संस्थान और कौशल विकास के संस्थान भी स्थित होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने ऐसी 5 टाउनशिप के निर्माण की कार्ययोजना बनाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।
यूपी में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में एजुकेशन टाउनशिप प्रस्ताव लाया गया था इन टाउनशिप का निर्माण संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित टाउनशिप के आधार पर किया जायेगा। यूपी की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए चुनी गयी सलाहकार कंपनी डेलायट इंडिया के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने इस कार्ययोजना के निर्माण के निर्देश दिए हैं। यहां शिक्षा के लिये छोटे विकासशील देशों के छात्रों को भी आकर्षित किया जाएगा ये प्रस्तावित टाउनशिप सिंगल एंट्री, मल्टीपल एग्जिट पैटर्न पर आधारित होगी।
इस टाउनशिप में देश के बड़े शिक्षण संस्थानों के अलावा, विदेशी शिक्षण संस्थानों को भी आमंत्रित किया जायेगा। यहां हर तरह की शिक्षा, प्रशिक्षण, कौशल विकास, शोध से सम्बंधित विभिन्न संस्थानों की स्थापना की जाएगी ताकि छात्रों को शिक्षा के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में भटकना न पड़े।
एजुकेशन टाउनशिप में निजी शिक्षा संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। देश और दुनिया के प्रतिष्ठित सरकारी और निजी शिक्षा संस्थान यहाँ अपना कैंपस खोल सकेंगे साथ ही यहाँ छात्रों के लिए अटल आवासीय विद्यालय जैसे प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय भी होंगे। स्नातक व परास्नातक की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यहाँ विश्वविद्यालय और कॉलेजों की भी स्थापना होगी। मैनेजमेंट, इंजिनियरिंग, लॉ और मेडिकल से जुड़े पाठ्यक्रमों की पढ़ाई व रिसर्च संस्थान भी एक ही टाउनशिप में स्थित होंगे। टाउनशिप में कौशल विकास के लिए स्किल विश्वविद्यालय भी होगा। इस टाउनशिप में छात्रों को सस्ती और अच्छी शिक्षा दी जाएगी, जिससे पढ़ाई के बाद नौकरी या स्वरोजगार शुरू करने में युवाओं काफी आसानी होगी। एजुकेशन टाउनशिप में अभ्युदय जैसे कई अन्य कोचिंग संस्थान भी शुरू किए जाएंगे जहाँ नीट, आईआईटी, संघ लोक सेवा आयोग जैसी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। टाउनशिप में ही छात्रों और अध्यापकों के लिए आवास की भी व्यवस्था की जाएगी । इस टाउनशिप में छात्रों को सस्ती और अच्छी शिक्षा दी जाएगी, जिससे पढ़ाई के बाद नौकरी या स्वरोजगार शुरू करने में युवाओं काफी आसानी होगी। एजुकेशन टाउनशिप के साथ पंख समेत पांच पोर्टल यूपी मंे शिक्षा को नयी उड़ान देंगे। पहले यहां के बच्चे दक्षिण भारत की तरफ भागते थे लेकिन अब दक्षिण भारत से बच्चे यहां पढ़ने आएंगे। (हिफी)
(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान फीचर सेवा)