गंगा नदी में नहाने गये चाचा भतीजे की डूबकर मौत
कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर में गंगा नदी के किनारे स्थित कैंट के कोयला घाट पर रविवार को सुबह नदी में नहाने के दौरान चाचा भतीजे की डूबकर मौत हो गई।
दोनों सुबह टहलने की बात कहकर घर से निकले थे और गर्मी में गंगा नहाने कैंट के कोयला घाट पर पहुंच गए थे। इस घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों के शवों को बाहर निकाला। थाना कैंट की इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि चकेरी में कैटरिंग का काम करने वाले छबीलेपुरवा निवासी नीरज पाल का बड़ा बेटा सुशांत (18) इंटरमीडिएट का छात्र था। परिवार में छोटा भाई आदित्य और मां सरिता है। दो दिन पूर्व ही भगाई बाबू पुरवा निवासी उसका चाचा पुलकित (21) छबीले पुरवा में अपने एक रिश्तेदार के यहां अखंड रामायण पाठ में शामिल होने के लिये आया था।
सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह दोनों घर से टहलने की बात कहकर घर से निकले थे। इस दौरान वह कोयला घाट पहुंचे और दोनों गंगा में नहाने लगे। नहाते वक्त पैर फिसलने से दोनों गहराई में जाकर डूब गए। काफी देर बाद भी जब दोनों घर नहीं पहुंचे तो परिजन खोजबीन करते हुए गंगा किनारे कोयला घाट पहुंचे। जहां घाट पर किनारे उनके कपड़े और मोबाइल देख कर परिजनों को उनके डूबने की आशंका हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को नदी से बाहर निकलवाया और उन्हें केपीएम अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान पुलकित के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा भरकर शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वही सुशांत का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। कैंट इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि गंगा में नहाने के दौरान गहराई में जाकर डूबने से दोनों युवकों की मौत हुई है।
वार्ता