अपनी सरकार में बिजली ही न दे पाये तो मुफ्त में बिजली कैसे देंगे?- योगी

अपनी सरकार में बिजली ही न दे पाये तो मुफ्त में बिजली कैसे देंगे?- योगी

रामपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुफ्त बिजली देने के चुनावी वादे पर तंज कसते हुये कहा है कि जो लोग अपनी सरकार में लोगों को बिजली ही न दे पाये हों आज वे मुफ्त बिजली देने का वादा कर रहे हैं।

सीएम योगी ने शनिवार को रामपुर में विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा, "अभी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव कह रहे थे कि चुनाव बाद उनकी सरकार बनने पर मुफ्त बिजली देंगे। उनसे पूछा जाना चाहिए कि जब वे अपनी सरकार में लोगों को बिजली ही नहीं दे पाते थे, तो मुफ्त में बिजली कैसे देंगे? वह तो उल्टे बिजली का भारी भरकम बिल थमा देते थे।"

उल्लेखनीय है कि अखिलेश ने सपा के घोषणा पत्र का पहला संकल्प घोषित करते हुये कहा कि सपा सरकार बनने पर 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त दी जायेगी। साथ ही किसानों को सिंचाई के लिये पहले की ही तरह मुफ्त बिजली दी जायेगी।

सीएम योगी ने सपा बसपा राज के दौर से मौजूदा समय की तुलना करते हुये कहा कि उनकी सरकार ने हर व्यक्ति का अधिकार उसको दिया है। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा किस तरह पिछली सरकार में कब्जा करने वाले लोग संपत्ति मालिकों को बेदखल करके घरों से निकाल देते थे, आप देख सकते हैं ये लोग कैसे लूटते थे। योगी ने कहा, "पहले नौकरियां निकलती थी तो चाचा भतीजे का गैंग वसूली करने निकलता था,भर्तियां रुक जाती थी,न्यायालय से स्टे लग जाता था और नौजवान ठगा रह जाता था। मगर हमने साढ़े 4 लाख सरकारी नौकरियां दीं।"

उन्होंने कहा कि पहले हर तीसरे दिन प्रदेश में एक दंगा होता था, आज किसी दंगाई की हिम्मत नहीं क्योंकि उन्हें पता है कि दंगा करने पर सात पीढियां भरपाई करते थक जाएंगी, लेकिन भरपायी नहीं हो पायेगी।

इससे पहले नये साल के पहले दिन रामपुर पहुंचने पर योगी ने यहां के लोगों को 95 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उपहार दिया। इसेके बाद वह भाजपा की जनविश्वास यात्रा रामपुर के मिलक तहसील में पहुंचने पर उसमें शामिल हुये।

जन विश्वास यात्रा को संबोधित करते हुये योगी ने कहा कि हर जिले को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए उनकी सरकार ने 'एक जनपद-एक उत्पाद' (ओडीओपी) योजना शुरू की। रामपुर जिले के लिये विशिष्ट उत्पाद की काफी खोज के बाद आखिर में 'रामपूरी चाकू' को ओडीओपी बनाया गया।

सीएम योगी ने सपा का नाम लिए बिना कहा, "यही रामपुरी चाकू जब उनके हाथ में होता है तो गरीब की संपत्ति पर कब्जा होता था, व्यापारी से लूट होती थी, लेकिन अच्छे लोगों के पास जब यही शस्त्र हो तो वह इससे धर्म-समाज-संस्कृति की रक्षा करते हैं और हम गुरु परंपरा को मानने वाले लोग हैं। यही रामपुरी चाकू आज जनपद की ओडीओपी है।"

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले मुख्यमंत्री आवास पर मुजफ्फरनगर और सहारनपुर दंगो के अपराधियों को बुलाकर सम्मानित किया जाता था। अब मुख्यमंत्री आवास में किसानों का सम्मान किया जाता है और गुरुबाणी का पाठ होता है।

आयकर विभाग की छापेमारी के बारे में सपा अध्यक्ष पर चुटकी लेते हुये योगी ने कहा, "आपने देखा होगा कि कैसे सपा से जुड़े नेताओं के घरों से नोटों की गड्डियां निकल रही हैं। इसीलिये सपा नेताओं को अब दर्द हो रहा है।"

सीएम योगी ने कहा कि रामभक्तों पर गोलियां चलाने वाले लोग आज कहते हैं कि अगर हम भी सत्ता में होते तो हम भी राम मंदिर बना देते। उन्होंने अखिलेश पर तंज कसते हुये कहा कि "वैसे भी 'बबुआ' को 'कब्रिस्तान' बनाने से फुरसत मिलती तब वह राम मंदिर बनाते।"






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