अदालतों में थमी कलम- न्यायकर्मी एवं अधिवक्ता हुए आमने सामने-खूब हंगामा
कानपुर। न्यायालय के भीतर बाबू एवं अधिवक्ता के बीच हुई जोरदार बहस के बाद कचहरी में बवाल खड़ा हो गया। इससे कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। आरोप है कि अधिवक्ता ने जब बाबू के ऊपर हाथ उठा दिया तो सभी न्यायालयों में काम बंद कर दिया गया। न्यायालय परिसर में बाबूओं ने हंगामा कर नारेबाजी का दौर शुरू कर दिया है।
शुक्रवार को कानपुर में न्यायकर्मी और अधिवक्ता आमने सामने आ गए हैं। जिससे अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। बताया जा रहा है कि एडीजे-3 की अदालत में कार्यरत बाबू के साथ एक अधिवक्ता की किसी बात को लेकर बहस हो गई। आरोप है कि इस दौरान अधिवक्ता ने गुस्से में लाल पीला होकर बाबू के ऊपर हाथ उठा दिया। इस मामले की जानकारी जब अन्य अदालतों में पहुंची तो न्यायालयों में हंगामा खड़ा हो गया और सभी न्यायकर्मी अपना काम रोककर अदालतों से बाहर आ गए।
न्यायालय कर्मियों के हंगामे के बाद अधिवक्ता भी अपना विरोध दर्ज कराने के लिए उनके सामने आ गए। हालात अचानक से ऐसे हो गये कि कचहरी दोनों की ओर से की जा रही नारेबाजी से गूंजने लगी। कचहरी में हंगामा हो जाने की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया।
अदालतों के बाहर फिलहाल पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। उधर बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री अनूप द्विवेदी ने बताया है कि लिपिक के सस्पेंशन की मांग उठाई गई है। फिलहाल दोनों पक्ष आमने सामने होकर अपनी अपनी मांगों पर अडे हुए है।