तिरंगा लगा रहे बुजुर्ग की ऐसे चली गई सहज में जान- मच गया कोहराम
मुजफ्फरनगर। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर देश भर में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 80 वर्षीय बुजुर्ग जब अपने आवास पर तिरंगा लगा रहे थे तो अचानक से संतुलन बिगड़ गया। जिसके चलते तिरंगा लगा रहे बुजुर्ग धड़ाम से जमीन पर आ गिरे। जमीन पर गिरते ही उनका स्वर्गवास हो गया। बुजुर्ग की मौत से परिवारजनों में कोहराम मचा हुआ है।
शनिवार को थाना सिविल लाइन क्षेत्र के मोहल्ला साकेत कॉलोनी में पुलिस चौकी के नजदीक रहने वाले अशोक भारद्वाज के सगे चाचा 80 वर्षीय आत्माराम भारद्वाज अपने भीतर उत्पन्न हुए राष्ट्रवाद के जज्बे के चलते राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाने को अपने मकान की छत पर चढ़े थे। देशभक्ति की भावना से पूरी तरह से ओतप्रोत 80 वर्षीय बुजुर्ग तिरंगे को जब अपने मकान की छत पर लगाकर गौरवान्वित हो रहे थे तो अचानक से उनका संतुलन बिगड़ा और वह धड़ाम से जमीन पर आ गिरे। जमीन पर गिरते ही बुजुर्ग के प्राण पखेरू उड़ गए।
परिजन बुजुर्ग को लेकर चिकित्सक के पास पहुंचे लेकिन जांच पड़ताल कर उन्होंने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। 80 वर्षीय बुजुर्ग की ठीक-ठाक स्थिति में मौत हो जाने से परिवारजनों में बुरी तरह से कोहराम मचा हुआ है। मिलनसार और खुश मिजाज प्रवर्ति सामाजिक कार्यकर्ता के निधन की खबर सुनते ही शुभचिंतकों एवं रिश्तेदारों ने बुजुर्ग के आवास पर पहुंचकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।