अवैध शराब के निर्माण ने ली पिता-पुत्र समेत चार की जान-तहखाने में मिले शव
मुरादाबाद। तमाम कोशिशों के बावजूद अवैध शराब के निर्माण और बिक्री के काम पर बंदिशें नहीं लग पा रही हैं। अवैध शराब के गोदाम में हुए जहरीली गैस के रिसाव से पिता और दो पुत्रों समेत चार लोगों की मौत हो गई है। चारों के शव निर्माणाधीन मकान में बने सुरंगनुमा तहखाने में पडे मिले हैं। एक साथ चार लोगों की मौत हो जाने की सूचना से पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। 4 लोगों की एक साथ हुई मौत से गांव में चीख-पुकार मची रही।
दरअसल जनपद के ठाकुर द्वारा थाना क्षेत्र के राजपुर केसरिया निवासी राजेंद्र सिंह ने पिछले दिनों की नए मकान का निर्माण कराया है। बताया जा रहा है कि वह पिछले काफी लंबे अरसे से अवैध रूप से कच्ची शराब के निर्माण और बिक्री का धंधा कर रहा था। पुलिस की पकड़ में आने से बचने के लिए उसने निर्माणाधीन मकान में तहखाना बना रखा था। जिसमें वह अपने पुत्रों के साथ अवैध रूप से कच्ची शराब का निर्माण कर था। सोमवार की रात राजेंद्र के पास कोई शौकीन शराब लेने के लिए पहुंचा। राजेंद्र ने अपने बेटे हरकेश को तहखाने में रखी शराब लेने के लिए भेजा। लेकिन वह काफी देर तक वापस लौटकर नहीं आया। इस पर दूसरा बेटा प्रीतम राजेंद्र को देखने के लिए तहखाने में गया। परंतु वह भी तहखाने से शराब लाने के बजाय वहीं पर ही रह गया। इसके बाद गुस्से में पागल हुआ राजेंद्र और उसका मौसेरा भाई रमेश बारी-बारी से तहखाने में गए लेकिन वापस लौटकर नहीं आए। घंटों बाद तक भी जब चारों लोग वापस नहीं लौटे तो उनकी खोजबीन करते हुए परिवार के अन्य लोग तहखाने में उतरे तो वहां की स्थिति को देखकर उनके पैरों तले की जमीन निकल गई। राजेंद्र, प्रीतम, हरकेश और रमेश तहखाने में बेहोश हुए पड़े थे। तहखाने में पहुंचे लोगों का जब कुछ मिनट बाद ही दम घुटने लगा तो वह आनन-फानन में अपनी जान बचाने के लिए बाहर निकल कर आ गए। बाद में किसी तरह से तहखाने में पड़े बेहोश लोगों को बाहर निकाला गया। परिजन चारों को लेकर धारक नगला स्थित अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने जांच पड़ताल करने के बाद चारों को मृत घोषित कर दिया। चारों के शव जब देर रात गांव में पहुंचे तो परिजनों में बुरी तरह से चीख पुकार मच गई। मामले की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी पवन कुमार, डिप्टी एसपी डॉ. अनूप यादव, एसपी आरए विद्यासागर मिश्र, डिलारी थानाध्यक्ष सतराज सिंह समेत अन्य अफसर भारी फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। डॉ. अनूप सिंह ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है। पुलिस ने चारों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिये।