फलों का राजा आम- उत्पादन को बढ़ावा दे रही सरकार

लखनऊ। भारत का ही नहीं, देश-विदेश की अधिकांश जनसंख्या का एक पसंदीदा और सबसे लोकप्रिय फल आम की बागवानी को उत्तर प्रदेश सरकार बढावा दे रही है।
उद्यान विभाग के प्रवक्ता के अनुसार आम उपलब्ध पोषक तत्वों, विभिन्न क्षेत्रों एवं जलवायु में उत्पादन क्षमता, आकर्षक रंग, विशिष्ट स्वाद और मिठास आदि विशेषताओं के कारण इसे फलों के राजा की उपाधि से विभूषित किया गया है। आम लगभग 3-10मीटर तक की ऊॅचाई प्राप्त करने वाला सदाबहार वृक्ष है। भारत आम उत्पादन में विश्व के अनेक देशों में से एक अग्रणी देश है। विश्व के कुल आम उत्पादन में से लगभग 40 प्रतिशत आम का उत्पादन भारत में होता है।
उन्होंने बताया कि आम उत्पादक करने उत्तर प्रदेश प्रमुख राज्य हैं। इसके अतिरिक्त आम छोटे स्तर पर लगभग सभी मैदानी क्षेत्रों में उगाया जाता हैं। आम उत्पादन में उचित परिपक्वता निर्धारण के साथ वैज्ञानिक ढंग से तुड़ाई, सुरक्षित रखरखाव एवं पैकेजिंग बेहतर प्रबंधन के मुख्य आधार को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार आम उत्पादन को बढावा दे रही है।
प्रवक्ता के अनुसार आम (मैंजीफेरा इंडिका एल) भारतीय उप-महाद्वीप का एक महत्वपूर्ण फल है तथा भारत में विश्व का सबसे अधिक आम उत्पादन होता है। बहुपयोगी होनें के कारण ही आम का भारत की संस्कृति से संबंध रहा है। आम का उत्पादन भारत में प्राचीन काल से ही किया जा रहा है। भारत में इस फल की महत्ता समाज के आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में इसकी उपयोगिता के कारण ही इसका विशेष महत्व है। आम का फल सभी जनमानस को सरलता से उपलब्ध होता है। इस फल की पौष्टिकता व विभिन्न गुणो के कारण ही सभी लोगो के पसन्द है।
उन्होंने बताया कि आम कच्चा हो या पक्का हो सभी तरह से प्रयोग किया जाता है। आम का अचार तो विश्व प्रसिद्ध है ही साथ में उसकी गुठली के अचार आदि बनते है। आम की खट्टी-मीठी चटनी, आम का पना, आम का जूस/शेक, आइसक्रीम, खटाई, रायता, आम रस का सुखाकर बनाया गया अमावट, आदि विभिन्न खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं।