बस में यात्री बनकर कमिश्नर ने पकड़ा बड़ा गड़बड़झाला- दो कंडक्टर बर्खास्त
कानपुर। विवादों के बीच घिरी महानगर की दो ई बसों में सामान्य यात्री बनकर सफर करते हुए मंडलायुक्त ने कई खामियों को पकड़ा। औचक निरीक्षण में जब कई बड़ी खामियां नजर आई तो कमिश्नर ने गडबडी और लापरवाहियों का संज्ञान लेते हुए दो कंडक्टर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है तथा दो ड्राइवरों को बगैर सैलरी 1 महीने की छुट्टी पर विदा कर दिया है।
मंगलवार को कानपुर कमिश्नर डॉ राजशेखर ने महानगर में यात्रियों की सुविधाओं के लिए चलाई जा रही दो ई-बसों में सामान्य यात्री बनकर सफर किया। मोती झील से यूनिवर्सिटी और रामा डेंटल से गोल चौराहा तक दो ई-बसों में किए गए सफर के दौरान कमिश्नर के सामने कई बड़ी खामियां नजर आई हैं। कमिश्नर ने जब पहली बस में सफर किया तो उसके कंडक्टर ने मास्क नहीं पहना हुआ था और वह ड्यूटी के दौरान धडाधड गुटका जबा रहा था। पूरी तरह से यूनिफार्म भी उक्त कंडक्टर ने नहीं पहन रखी थी। इसके अलावा दूसरी बस के कंडक्टर ने भी लापरवाही दिखाते हुए मास्क को पहना हुआ था। कंडक्टर टिकटों में बडा खेल करते हुए पकड़ा गया है।
कमिश्नर के सामने कंडक्टर ने एक यात्री से पांच रूपये लिए और उसे अपनी गांठ में जमा कर लिया। कंडक्टर ने यात्री को टिकट नहीं दिया। जब यात्री ने टिकट मांगा तो उससे 10 रूपये लेकर टिकट बनाया गया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर ने दोनों ही कंडक्टर को नौकरी पर बाहर करने का निर्देश दिया है।।
कमिश्नर ने बताया है कि बसों में यात्रियों की संख्या अच्छी खासी तादाद में है। लेकिन ड्राइवर बीच सड़क पर ही बसों को रोककर सवारियों को उतार और चढ़ा रहे हैं जो ट्रैफिक नियमों के पूरी तरह से खिलाफ है। निरीक्षण की गई दोनों ही बसों के चालक सीट बेल्ट नहीं लगाए हुए थे। मास्क का तो उनके चेहरे पर दूर तक भी नामोनिशान नहीं था। ऐसे हालातों में कमिश्नर ने दोनों ड्राइवरों को 1 महीने के लिए ड्यूटी से हटाने और उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगने के लिए कहा है।