लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिल रही चुनौतियों से मिलकर निपटना होगा:मुलायम

लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिल रही चुनौतियों से मिलकर निपटना होगा:मुलायम

लखनऊ। पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने स्वतंत्रता दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिल रही चुनौतियों से मिलकर निपटना होगा और इस मौके पर हमें देश को मजबूत बनाने का संकल्प लेना चाहिए।

मुलायम सिंह यादव ने 15 अगस्त पर रविवार को यहां समाजवादी पार्टी(सपा) के राज्य मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिल रही चुनौतियों से मिलकर निपटना होगा । देश को मजबूत बनाने का हम सभी को संकल्प लेना चाहिए।

इस अवसर पर सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने देश-प्रदेश के समस्त नागरिकों और दुनिया भर के भारतवंशियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त शहीदों को याद करने का दिन है, जिनके बलिदान से आज हम स्वतंत्र हैं।

उन्होंने कहा कि हमें आंतरिक स्वतंत्रता की रक्षा-सुरक्षा के लिए भी निरन्तर सजग, सचेत, सतर्क, सक्रिय और संकल्पबद्ध रहना होगा। देश की आजादी के लिए लाखों लोगों ने अपने प्राण न्योछावर किये और अनेको स्वतंत्रता सेनानियों ने यातनाएं सही थी। जिन उद्देश्यों के लिए स्वतंत्रता आंदोलन का संघर्ष हुआ क्या भारत उसी रास्ते पर है? यह सोचने का विषय है।

मुलायम सिंह यादव ने कहा कि 2022 देश का सम्मान बचाने का चुनाव है। यह जिम्मेदारी एक-एक नौजवान को उठानी चाहिए। सत्ता में बैठे लोगों ने जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया। सबसे अधिक उत्पीड़न एवं अन्याय पिछड़ों-दलितों के साथ हुआ है। उनका संवैधानिक अधिकार आज तक नहीं मिला।

उन्हाेंने कहा कि 1931 के बाद देश में जातीय जनगणना ही नहीं हुयी। भाजपा जातियों में झगड़ा लगाती है। आबादी के अनुसार सबको हक और सम्मान मिलना चाहिए। सामाजिक न्याय की अवधारणा को साकार करने के लिए जब आबादी के हिसाब से आंकड़े आयेंगे तभी आनुपातिक अवसर की सुविधा सबको मिल सकेगी।

सपा प्रमुख ने कहा कि भारत में विभिन्न जाति, धर्म वेश-भूषा के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं। यही हमारे देश की पहचान है। लेकिन सत्ताधारी लोग गंगा-जमुनी तहजीब खत्म करना चाहते है। भाजपा की मंशा देश के पहचान को समाप्त करने की हैं। हम समाजवादियों की कोशिश होनी चाहिए कि समाज में एक दूसरे से प्यार और सहयोग बढ़े। सामाजिक सौहार्द बढ़ाने की दिशा में मिलकर काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के सामने संकट पैदा किया है। अन्नदाता को अपमानित कर भाजपा अन्न महोत्सव का ढ़ोग रच रही है। किसानों के खुशहाल हुए बिना देश समृद्ध नहीं हो सकता। किसान ही देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। सरकार की लापरवाही से कोविड में लाखों लोगों की जान चली गयी। आम जनता को दवाई, बेड एवं आक्सीजन उपलब्ध कराने में बीजेपी सरकार पूरी तरह विफल रही है।

मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश की अधिकांश आबादी युवा है। नौजवानों के रोजगार एवं पढ़ाई की व्यवस्था नहीं होगी तो उनका भविष्य क्या होगा? देश की सीमाओं के मुद्दे पर जो मजबूती दिखानी चाहिए वह भाजपा सरकार ने कभी नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में तरक्की और खुशहाली की दिशा में ऐतिहासिक कार्य हुए थे।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय सड़के, अस्पताल और नौजवानों के रोजगार में समाजवादियों का महत्वपूर्ण योगदान है। सपा ने हमेशा देशहित में कार्य किया है। देश को प्रगति के रास्ते पर ले जाना है तो पूंजी और सत्ता की हिंसा से अलग समाजवाद का ही विकल्प अपनाना होगा।

इस अवसर पर सर्वश्री उदय प्रताप सिंह, किरणमय नंदा, अहमद हसन, राजेन्द्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, डाॅ साजी पाॅथेन (केरल प्रदेश अध्यक्ष), रविदास मेहरोत्रा, आर.के.चौधरी, डाॅ राजपाल कश्यप, लीलावती कुशवाहा, डाॅ मधु गुप्ता, अरविन्द कुमार सिंह, उदयवीर सिंह, सुनील साजन, संजय लाठर, प्रदीप यादव, मो0 फहद, सिद्धार्थ सिंह, विजय सिंह, राम सागर, जयसिंह जयंत, सुशील दीक्षित, व्यासजी गौड़, मीरा वर्धन, जरीना उस्मानी, राजकुमार मिश्रा सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।








वार्ता

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