झूले में बालक की फंसी गर्दन-दम घुटने से हो गई मौत-परिजनों में कोहराम

लखनऊ। परिवारजनों से जिद करके डलवाए गए झूले में झूलते हुए खुश हो रहे बालक की गर्दन फंसने से मौत हो गई। पांचवी कक्षा के छात्र की मौत होने से परिवारजनों में बुरी तरह से कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बालक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।


मिले घटनाक्रम के मुताबिक सोनभद्र के बभनी थाना क्षेत्र के भंवर गांव निवासी लाल प्रताप कानपुर में रहकर नौकरी करता है। उसकी पत्नी आजकल मायके में रह रही है। लाल प्रताप के 3 पुत्र गांव में ही अपने दादा और दादी के साथ रहते हैं। बच्चों के लिए घर के ही पिछले हिस्से में साड़ी के माध्यम से झूला बनाया गया था। लाल प्रताप का बड़ा 12 वर्षीय बेटा दादा और दादी द्वारा डाले गए झूले पर झूल रहा था। अचानक पर झूलते समय विक्की की गर्दन झूले में फंस गई। इस बीच बालक की गर्दन पर लगातार दबाव बढ़ने लगा, जिससे वह चीखने चिल्लाने लगा। उसकी आवाज को सुनकर 5 वर्षीय छोटा भाई संजू तुरंत वहां पर पहुंचा। भाई की हालात को देखकर वह दादा-दादी के पास दौड़ा और बताया कि भाई बोल नहीं रहा है। यह बात सुनते ही दादा दादी के होश उड़ गए और वह दौड़ते हुए झूले के पास पहुंचे और विक्की को नीचे उतारा। लेकिन उस समय तक उसकी मौत हो चुकी थी। गांव के प्रधान रामकुमार ने घटना की सूचना माता-पिता और पुलिस को दी। बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां इंदु देवी भी घर पहुंच गई। सब इंस्पेक्टर रामायण राम ने घटनास्थल पर पहुंचकर बालक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।