कार की छत पर पिता के शव को बांधकर बेटा पहुंचा बैकुंठ धाम
आगरा। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच जहां सरकारी व्यवस्थाएं लोगों का साथ नहीं दे रही है। वही अपनों ने भी दगा देते हुए मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है। एंबुलेंस नहीं मिलने पर एक बदनसीब बेटे ने अपने पिता के शव को कार की छत पर बांधकर बैकुंठ धाम पहुंचाया। पिता के अंतिम संस्कार के लिए बेटा घंटो तक अपनों के आने का इंतजार करता रहा। परंतु संकट की इस घड़ी में कोई भी अंतिम संस्कार कराने बैकुंठ धाम नहीं पहुंचा। कुछ घंटों के बाद जब अंतिम संस्कार करने का समय आया तो बेटे ने पिता के शव को कार से उतारा और बैकुंठ धाम में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की। सामाजिक व्यवस्था को झकझोर देने वाले इस दृश्य को देखकर बैकुंठ धाम पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। उधर लखनऊ के गोमती नगर के लोहिया अस्पताल में भी इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहां मौत का शिकार हुए बुजुर्ग के शव को ले जाने के लिए परिवारजन अस्पताल प्रबंधन से एंबुलेंस की मांग करते रहे। इसके बावजूद भी जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह शव को ठेली पर ही लेकर चले गए। मृतक कहां का और कौन था इसका पता नहीं चल सका है।