मायावती को झटका-हाथी से उतरे सांसद मलूक नागर ने दिया बसपा से इस्तीफा
गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बिजनौर लोकसभा सीट के सांसद मलूक नागर ने हाथी की सवारी छोड़ते हुए बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीम मायावती को भेजे गए इस्तीफे में मलूक नागर ने अपने 39 साल के राजनीतिक करियर का दर्द भी बयान किया है।
बृहस्पतिवार को पिछले काफी समय से बहुजन समाज पार्टी में अलग-अलग पड़े बिजनौर लोकसभा सीट के सांसद मलूक नागर ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है। बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 में मलूक नागर का टिकट काटकर लोक दल पार्टी से बसपा में आए चौधरी विजेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी बना दिया था। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को भेजे गए अपने इस्तीफे में मलूक नागर ने 39 साल के राजनीतिक कैरियर के दर्द का बयान करते हुए लिखा है कि हमारे परिवार में पिछले 39 वर्षों में लगातार कांग्रेस व बसपा द्वारा कई मर्तबा ब्लॉक प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक एमएलसी और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री तथा देश में सांसद रहते आ रहे हैं।
लेकिन 39 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि हम विधायक का चुनाव भी नई लड़ पाए और सांसदी भी हमें लड़ने नहीं दी गई। मायावती को भेजें अपने इस्तीफे में सांसद मलूक नागर ने लिखा है कि मैं दिसंबर 2006 में बसपा मुखिया के आशीर्वाद से बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। मैं कई पदों पर रहा और हमारे परिवार की राजनीतिक एवं सामाजिक हैसियत या देश स्तर पर पहचान वाला कोई भी व्यक्ति नहीं जो हमारे जितने लंबे समय तक बसपा में रहा हो।