यूपी में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू, जनजीवन लौटा पटरी पर

यूपी में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू, जनजीवन लौटा पटरी पर

लखनऊ। वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी और घातक लहर से बखूबी निपटने में सफल घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है।

सोमवार से माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन शुरू हो चुका है जबकि रक्षाबंधन के बाद 23 अगस्त से छठवीं से आठवीं तक तथा एक सितंबर से कक्षा पहली से पांचवीं तक के विद्यालयों में पढ़ाई शुरू करने पर विचार किया जायेगा। राज्य के 75 में से 17 जिलों में फिलहाल कोरोना का कोई मरीज नहीं है। पिछले 24 घंटे में 62 जिलों में कोई नया मरीज सामने नहीं है और 13 में नये मिले मरीजों की संख्या इकाई में है। राज्य में पाजीटिविटी दर 0.01 फीसदी है जबकि रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत बनी हुयी है। सूबे में कोरोना के मरीजों की कुल संख्या 419 रह गयी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साेमवार को कोविड प्रबंधन के लिये गठित टीम 09 की बैठक में कहा कि सतत प्रयासों से कोरोना की दूसरी लहर पर बने प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है। आज प्रदेश के 17 जिलों अलीगढ़, अमेठी, बलिया, बांदा, बहराइच, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, हरदोई, हाथरस, कासगंज, कौशाम्बी, महोबा, संतकबीरनगर और शामली में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है।

उन्होने कहा कि पिछले 24 घंटे में हुई 01 लाख 89 हजार 744 सैम्पल की टेस्टिंग में 62 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 13 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 419 रह गई है। यह सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। थोड़ी सी लापरवाही संक्रमण को बढ़ाने का कारक बन सकती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। अब तक 06 करोड़ 92 लाख 84 हजार 717 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में हुई टेस्टिंग में 17 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 36 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। 294 लोग घर पर उपचाराधीन हैं। प्रदेश में अब तक 16 लाख 85 हजार 761 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।

उन्होने कहा कि राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के अनुरूप आज से माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी क्षमता के साथ भौतिक रूप से पठन-पाठन प्रारंभ हो रहा है। सभी जगह कक्षाएँ दो पाली में चलें। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए। रक्षाबंधन के उपरांत 23 अगस्त से छठवीं से आठवीं तक तथा 01 सितंबर से कक्षा पहली से पांचवीं तक के विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार प्रयासों से मेडिकल कॉलेजों को साधन संपन्न बनाया जा रहा है। सभी केंद्रों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित विभिन्न चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इन सभी का पूरा विवरण रखा जाए। स्टॉक रजिस्टर मेंटेन रखें। यदि कोई उपकरण, केन्द्र सरकार, राज्य सरकार अथवा सीएसआर के माध्यम से प्राप्त हुई हो, तो उसका भी विवरण रखें। वार्षिक ऑडिट भी हो। बेहतर हो कि एक पोर्टल विकसित करते हुए हर सरकारी सामान की उपलब्धता का पारदर्शिता पूर्ण विवरण रखा जाए।

उन्होने कहा कि टीकाकरण की प्रक्रिया को और तेज करने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जहां अब तक 05 करोड़ 74 लाख 39 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 04 करोड़ 82 लाख 53 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है।

प्रदेश में अब तक 92 लाख से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज प्राप्त कर चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने की आवश्यकता है। कोविड टीके की दूसरी खुराक समय पर मिलना सुनिश्चित कराया जाए। जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद-संपर्क किया जाए।


वार्ता

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