राकेश का सरकार पर हमला-चुनाव के चलते किसानों को मिलेगी मीठी गोली
बिजनौर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव जीतने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार अब किसानों को मीठी गोली देते हुए गन्ने के मूल्य में बढ़ोतरी करेगी। 450 रूपये प्रति कुंटल का भाव देने की बात करने वाली सरकार ने अभी तक भी गन्ने के मूल्य में एक रूपये की भी बढोतरी नहीं हैं। सरकार की हीलाहवाली से किसानों का करोडों रूपया चीनी मिलों पर बकाया पडा हुआ है।
बुधवार को राजधानी के गाजीपुर टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे किसान आंदोलन से किसानों को जोड़ने के लिए और आंदोलन में बने रहने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता बिजनौर के रसीदपुर गढ़ी गांव में पहुंचे और उन्होंने किसानों के साथ इस आंदोलन को लेकर गंभीरता के साथ बातचीत की। इस दौरान भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार निरंतर देश और प्रदेश की जनता के साथ.साथ किसानों का भी बड़े पैमाने पर शोषण कर रही हैं। सरकार की गलत नीतियों के चलते युवाओं के हाथ से रोजगार जा रहा है। प्रदेश के उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है।
केंद्र और प्रदेश सरकार सरकारी विभागों को लगातार निजी क्षेत्रों में सौंपने की तैयारी में लगी हुई हैं। अब तक कई क्षेत्र निजी हाथों के सुपुर्द कर भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की बात की जाए तो सरकार भले ही किसान हित में काम करने की बात कह रही होए लेकिन प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से ना तो किसानों को राहत देने के लिए गन्ने के दाम बढ़ाए गए हैं और न ही केंद्र द्वारा समर्थन मूल्य में समुचित बढ़ोतरी की गई है। सरकार बनने से पहले भाजपा और उसके लोग किसानों को 450 रूपये प्रति कुंतल गन्ने का दाम देने की बात कहते हुए नहीं थकते थे। लेकिन अभी तक गन्ने के मूल्य में एक रूपये की भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।
उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव की चलाचली की बेला में अब किसानों को मीठी गोली देने के लिए सरकार की ओर से सत्ता में आने बाद पहली बार गन्ने के दामों में चंद रूपयों की बढ़ोतरी कर किसानों को भरमानी की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा है कि किसान इस बार भाजपा और उसके नेताओं की बातों में आने वाला नहीं हैए वह इनके रंग बदलने वाले रूप को पूरी तरह से देख चुका है। इससे पूर्व गांव में पहुंचे राकेश टिकैत का किसानों व ग्रामीणों की ओर से गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।