निजीकरण के विरोध में उतरे रेलकर्मी- लगाए ऐसे ऐसे नारे और कहा..
सुल्तानपुर। रेलवे कर्मचारियों ने निजी करण के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजाते हुए जंक्शन पर भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं। रेल मंत्री और वित्त मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने कहा है कि निजीकरण को बढ़ावा देने वाली सरकार की प्राइवेट ट्रेनों को ढूंढने से भी यात्री नहीं मिल रहे हैं। सरकार रेलवे का निजीकरण करते हुए रेल को कुछ खास लोगों की सवारी बनाने की तैयारी में लगी हुई है।
बुधवार को सुल्तानपुर जंक्शन निजीकरण के खिलाफ आंदोलन करने को उतरे रेल कर्मियों के नारों से गूंजता रहा। लखनऊ-वाराणसी वाया सुल्तानपुर रेल खंड के सुल्तानपुर जंक्शन पर नार्दन रेलवे मेंस यूनियन के कर्मचारियों ने प्लेटफार्म नंबर एक पर बैनर एवं पोस्टर लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया। वित्त मंत्री एवं रेल मंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए रेल कर्मचारी धरने पर बैठ गए। रेल कर्मचारियों ने निजीकरण का विरोध करते हुए कहा है कि नई पेंशन स्कीम का विरोध करते हुए हम लोग पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे हैं।
नई पेंशन पाने वाले 2 से ढाई हजार रुपए प्राप्त कर रहे हैं, जिससे जीवन यापन हो पाना आज की महंगाई में किन्हीं भी हालातों में संभव नहीं है। नार्दन रेलवे मेंस यूनियन संघ के महामंत्री एसके द्विवेदी ने कहा कि रेलवे में बैकडोर से सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
यह निजीकरण ना तो कर्मचारियों के हित में और नागरिक ना ही नागरिकों के। आज हालात ऐसे हो चले हैं कि जो निजी रेल गाड़ियां चल रही हैं उन्हें ढूंढने से भी यात्री नहीं मिल रहे हैं और नागरिकों के लिए चलने वाली ट्रेनों में 15 दिन के पहले वेटिंग लिस्ट ही दिखाई दे रही है।