आई थी अल्ट्रासाउंड कराने- कर दिया ऑपरेशन
मुजफ्फरनगर। आमतौर पर किसी नीम हकीम से इलाज कराकर लाभ पाने की कामना करना अपनी जान को जोखिम में डालना कहा जाता है। लेकिन जब नामचीन डॉक्टर ही लापरवाही करते हुए रोगी की जान को खतरे में डालने लगे तो लोगों को किस तरह से बीमारी से निजात मिल पाएगी। अल्ट्रासाउंड की जांच कराने आई महिला का चिकित्सक ने 4 माह के गर्भ का ऑपरेशन कर दिया। परिजनों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने अस्पताल के बाहर काफी देर तक जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन देते हुए मामले को शांत कराया।
मंगलवार को जनपद के थाना छपार क्षेत्र के गांव छपरा निवासी रवि कुमार की पत्नी काजल को पेट में दर्द होने की शिकायत हुई। तकरीबन 4 माह की गर्भवती महिला पेट दर्द के चलते अपने पति के साथ जानसठ रोड पर स्थित वशिष्ठ हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए पहुंची। आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर ने उसका अल्ट्रासाउंड करने की बजाय ऑपरेशन करते हुए उसके गर्भ में पल रहा 4 माह का बच्चा गिरा दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही परिवार के लोगों में रोष फैल गया और अस्पताल के बाहर इकट्ठा होकर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलने के बाद थाना नई मंडी कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और गुस्साए परिजनों को समझा-बुझाकर हंगामे को शांत कराया।
परिवारजनों का आरोप है कि अल्ट्रासाउंड कराने के लिए आई महिला का हॉस्पिटल में 4 महीने के गर्भ का ही चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर दिया है। इसी बीच मामले की जानकारी मिलते ही कई हिंदू संगठनों के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने पीड़ितों का पक्ष लेते हुए आरोपी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की। सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए मामले की जांच पड़ताल करने के आदेश दिए हैं और गठित की गई टीम को 3 दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।