रेप केस में वकीलों को जेल भेजने पर जिला जज के चेंबर के बाहर धरना
आगरा। रेप के मामले में गिरफ्तार किए गए वकीलों को जेल भेजे जाने के विरोध में महानगर के वकील हड़ताल पर चले गए हैं। दीवानी में वकील जिला जज के चेंबर के बाहर धरना देते हुए बैठ गए हैं। वकीलों की हड़ताल के चलते दीवानी परिसर फिलहाल पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वकीलों द्वारा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की जा रही है।
बृहस्पतिवार को जनपद आगरा की हरीपर्वत पुलिस ने 3 अधिवक्ताओं जितेंद्र राजपूत, निशांत कुमार एवं शिखर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने तीनों वकीलों के अलावा इस मामले में गिरफ्तार की गई एक युवती को भी जेल भेज दिया था। तीन वकीलों को रेप के मामले में जेल भेजे जाने से आक्रोशित अधिवक्ता आज जब इस मामले में जिला जज के पास मुलाकात करने के लिए जा रहे थे तो रास्ते में मिली पुलिस इस मामले की वीडियोग्राफी करने लगी। अधिवक्ताओं की ओर से पुलिस द्वारा की जा रही वीडियोग्राफी का विरोध किया गया।
अधिवक्ता अरुण सोलंकी का कहना है कि विरोध के बाद सीओ हरीपर्वत खुद वीडियोग्राफी करने में जुट गए। इसके बाद वकील धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं का कहना है कि रेप के मामले में सीबीसीआईडी अथवा अन्य किसी एजेंसी से निष्पक्ष जांच कराई जाए क्योंकि पुलिस की कार्रवाई और उसकी जांच पर अधिवक्ताओं को जरा भी भरोसा नहीं है।
दीवानी परिसर में लगाई गई पुलिस फोर्स को हटाने की मांग करते हुए वकीलों ने कहा है कि जब तक न्यायालय परिसर के पुलिस नहीं हटेगी उस वक्त तक वकील यही धरने पर बैठे रहेंगे।