चुनावी रंजिश में प्रधान के बेटे की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या
गोंडा। पुजारी की पुण्यतिथि पर आयोजित किए गए भंडारे के लिये सब्जियां काट रहे ग्राम प्रधान के बेटे को तीन लोगों ने पीछे से गोली मारकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया है। मृतक के परिवार के लोग आरोपियों के घरों के ऊपर बुलडोजर चलाने की मांग करते हुए हंगामा कर रहे हैं। मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कई थानों की पुलिस के साथ हंगामा काट रहे लोगों को मनाकर शव को कब्जे में लेने के प्रयासों में लगे हुए है।
रविवार को जनपद गोंडा के छपिया थाना क्षेत्र के तांबापुर गांव निवासी राहुल सिंह ने बताया है कि आज गांव के बाहर स्थित मंदिर के पुजारी परशुराम दास की पुण्यतिथि पर आयोजित किए गए भंडारे के लिए उसका भाई भोलू गांव के अन्य लोगों के साथ वहां पर सब्जियां काट रहा था। दोपहर के वक्त तीन लोग वहां पर पहुंचे और उन्होंने भोलू सिंह के ऊपर पीछे से ताबडतोड फायर झोंक दिये। गोली लगने से भोलू सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। इससे पहले कि भंडारे में मौजूद लोग हत्यारोपियों को दबोचने के लिए दौड़ते उससे पहले ही तीनों मौके से भाग खड़े हुए।
ग्राम प्रधान के बेटे की हत्या की जानकारी पर मृतक के परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी देते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। मृतक के भाई ने गांव के ही 2 लोगों समेत तीन व्यक्तियों पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया है। हंगामा कर परिजन और गांव वाले आरोपियों के घरों के ऊपर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं।
एएसपी शिवराज और क्षेत्राधिकारी संजय तलवार समेत कई थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर का प्रयास में लगी हुई है।
उधर बताया जा रहा है कि हाल ही में पिछले दिनों हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के वक्त मृतक के ऊपर भाजपा प्रत्याशी के प्रचार की गाड़ी में तोडफोड किए जाने का आरोप लगा था। ग्राम प्रधान के बेटे की हत्या के मामले को अब उसी चुनावी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है।