जिन्ना के अनुयाईयों को उत्तर प्रदेश की जनता सबक सिखाने को तैयार: योगी
जौनपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बिना उन्हें 'जिन्ना का अनुयायी' बताते हुए शनिवार को कहा कि जिन्ना के अनुयाईयों को प्रदेश की जनता सबक सिखाने को तैयार है।
मुख्यमंत्री ने आज जौनपुर में टीडी कालेज के मैदान पर आयोजित काशी प्रांत के 16 जिलों के 30 हजार 286 बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने तो भारत विभाजन के जिम्मेदार एवं पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी, सरदार पटेल और पं नेहरू से करते हुये कहा था कि आजादी की लड़ाई में जिन्ना की भी प्रमुख भूमिका थी। भाजपा ने उनके इस बयान की आलोचना करते हुये इसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का हिस्सा बताया है।
योगी ने प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली सरकार द्वारा तेज किये गये विकास कार्यों को ऐतिहासिक बताते हुये कहा कि भारत के नागरिकों ने एक बदलते हुए भारत को देखा है। 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' को बनते देखा है। वर्ष 2017 के पूर्व सत्ता में रहने वाले भ्रष्टाचार फैला कर विकास बाधित करते थे , युवाओं की नौकरी पर डकैती डालते थे, और दंगे करा कर के झूठे मुकदमे में राष्ट्रवादियों को फंसाते थे । साढे 4 साल में भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में प्रदेश में दंगा, अपहरण व अराजकता की घटनाएं नहीं हुई , इससे परेशान होकर जिन्ना को महिमामंडित करने
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कांग्रेस , सपा और बसपा के लोग कहां थे ? केंद्र व प्रदेश सरकार जनता की सेवा कर रही थी तब यह लोग होम आइसोलेशन में थे , अब जनता इन्हें 2022 के चुनाव में होम आइसोलेशन में कर देगी । प्रदेश सरकार अपराधियों और माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई कर रही है और उनके यहां जब बुलडोजर चलता है तो कुछ लोगों को बुरा लगता है , मगर शांति प्रिय लोगों को यह कार्य बहुत अच्छा लगता है । मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा कि बूथ कार्यकर्ताओं की उत्साह को देखते हुए लग रहा है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में पुनः भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूर्ण बहुमत से बनेगी ।
वार्ता