पंचायत चुनाव- किसी को गिल्ली डंडा, चूडियां, घंटी तो किसी को तलवार
लखनऊ। आरक्षण निर्धारण और उसकी घोषणा के साथ ही उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरंभ हो चुकी सरगर्मियों के बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने 164 चुनाव चिन्ह आवंटित किए हैं। प्रधान पद चुनाव के चुनाव चिन्ह का उपयोग जिला पंचायत में नहीं किया जायेगा। जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य पद पर एक चुनाव चिन्ह पर एक ही प्रत्याशी चुनाव लड़ सकेगा। हर चुनाव के चिन्ह के साथ ही उनके नमूने भी आयोग ने सभी जनपदों में भेज दिए हैं।
इस बार के पंचायत चुनाव के लिए सबसे ज्यादा 57 चुनाव चिन्ह प्रधान पद के लिए निर्धारित किये गए हैं। इसमें गले का हार, घंटी, चारपाई, कार, गदा, त्रिशूल, दरवाजा, चूडियां आदि शामिल हैं। इसी प्रकार से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 53 चुनाव चिन्हों का निर्धारण किया गया हैं। जिला पंचायत सदस्य पद के लिये मछली, रेडियो, थरमस, स्कूटर, सैनिक, टेलीविजन, लाउडस्पीकर, पिस्टल और टेलीफोन आदि चुनाव चिन्ह निर्धारित राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से निर्धारित किये गये हैं।
इसी तरह से गुल्ली- डंडा, तलवार, नारियल, पतंग, प्रेस, टेबिल फैन, चिड़िया का घोसला, गेंद व हाकी, स्लेट और शहनाई आदि समेत 36 चिन्ह क्षेत्र पंचायत सदस्य पद का चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों को आवंटित किये जायेंगे।के लिए आवंटित किए गए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य पद का चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों के लिए ओखली, फरसा, केला, घड़ा, डमरू, शंख और नल समेत 18 चिन्ह निर्धारित किए गए हैं। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी पदों के लिये अलग-अलग चार रंग के मतपत्रों का निर्धारण किया गया है। 164 चिन्ह आयोग ने दिए हैं। जिन्हें प्रत्याशियों को आवंटित किया जाएगा। सबके चुनाव चिन्ह अलग-अलग हैं।