10 दिन बाद भी नहीं बिका धान-किसान ने पेट्रोल डालकर लगा दी आग
लखीमपुर खीरी। मंडियों की भीतर धान नहीं बिकने से परेशान हुए किसान लगातार पेट्रोलियम पदार्थों को डालकर अपनी मेहनत से उगाई गई धान की फसल को आग के हवाले कर रहे हैं। लखीमपुर में लगातार दूसरे दिन मंडी में धान नहीं बिकने से पिछले दस दिनों से परेशान किसान ने पेट्रोल डालकर अपने धान को आग के हवाले कर दिया। धान को मंडी के भीतर धूं-धूं करके जलता हुआ देखकर अन्य किसानों में भी रोष उत्पन्न हो गया और उन्होंने सरकार को जमकर कोसते हुए उसे किसान विरोधी बताया।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में धान की फसल को मंडी के भीतर आग लगाने की घटना का मामला सामने आया है। जिले के मैगलगंज में 10 दिनों से परेशान किसान दर्शन सिंह ढिल्लों ने मंडी में बड़ा कदम उठाते हुए अपनी धान की फसल को पेट्रोल डालकर मंडी में ही आग के हवाले कर दिया। धान बेचने के लिए मंडी में आए मौजूद किसानों ने केंद्र प्रभारी पर धान की बिक्री ना होने के संबंध में गंभीर आरोप लगाए है। किसानों का आरोप था कि केंद्र प्रभारी मानक विहीन धान बताते हुए उनकी मेहनत से उगाई फसल को खरीदने से मना कर रहे हैं। जिसके चलते पिछले 10 दिनों से उनका धान मंडी के भीतर पड़ा हुआ है। लखीमपुर में धान में आग लगाने की यह घटना आज लगातार दूसरे दिन हुई है। इससे पहले शुक्रवार को मोहम्मदी तहसील के गांव बरखेड़ा कलां के रहने वाले प्रमोद सिंह ने अपनी धान की फसल को आग के हवाले कर दिया था। एक हफ्ते पहले पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराने के बाद प्रमोद सिंह तकरीबन 100 क्विंटल धान लेकर 5 दिन पहले मोहम्मदी मंडी में आए थे। प्रमोद सिंह का कहना है कि उस समय केंद्र प्रभारी ने बारदाना ना होने का हवाला देते हुए धान की बिक्री के लिये एक दो दिन इंतजार करने के लिए कहा था। इस बीच अचानक से बारिश हो गई। प्रमोद सिंह ने अपना धान पॉलीथिन के नीचे बचाने की कोशिश की। फिर भी नीचे का धान भीग ही गया। बृहस्पतिवार को धूप निकली तो प्रमोद सिंह ने उस धान को दोबारा से सुखाया और सफाई कराई। प्रमोद का कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि शुक्रवार को धान जरूर खरीद लिया जाएगा। लेकिन जब दोपहर तक अधिकारियों ने उनके धान की खरीद नहीं की तो प्रमोद सिंह ने धान के ढेर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। यह देखकर मंडी में हड़कंप मच गया।