श्रीराम कॉलेज में धूम-धाम से मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस- ये रहे अव्वल

मुज़फ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज में राष्ट्रीय खेल दिवस धूम-धाम से मनाया गया है इस अवसर पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द्र को श्रद्धांजलि दी गयी तथा महाविद्यालय में खेल-कुद 100 मीटर(महिला एवं पुरूष वर्ग), 200 मीटर (महिला एवं पुरूष वर्ग) तथा 400 मीटर (महिला एवं पुरूष वर्ग) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बडी उत्सुकता के साथ प्रतिभाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, निशांत राठी, डीन कम्प्यूटर एप्लीकेशन, आदि द्वारा किया गया।
इस अवसर पर 400 मीटर (पुरूष वर्ग) प्रतियोगिता में बीपीईएस के राकिब प्रथम स्थान पर अदनान द्वितीय स्थान तथा बिलाल तृतीय स्थान पर रहे। वही 400 मीटर (महिला वर्ग) प्रतियोगिता में बीपीईएस की अदिति, लवली तथा काजल क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही।
100 मीटर (पुरूष वर्ग) में बीपीईएस पाठयक्रम के बिलाल प्रथम अदनान द्वितीय तथा बीबीए पाठ्यक्रम के अलबर्ट तृतीय स्थान पर रहे। वही 100 मीटर (महिला वर्ग) प्रतियोगिता में बीपीईएस पाठ्यक्रम की अदिति, काजल तथा स्वाती क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही।
200 मीटर (पुरूष वर्ग) में बीपीईएस पाठ्यक्रम के बिलाल प्रथम बीएससी(कृषि विज्ञान) के वंश द्वितीय तथा बीपीईएस पाठ्यक्रम के अंकुश तृतीय स्थान पर रहे। वही 200 मीटर (महिला वर्ग) प्रतियोगिता में बीपीईएस पाठ्यक्रम की अदिति, काजल तथा लवली क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज के निदेशक डॉ0 अशोक कुमार ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द्र के जीवन पर प्रकाश डालते हुये उनके व्यक्तित्व से सम्बन्धित जानकारी विद्यार्थियों को दी तथा उनके जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। उन्होनें बताया कि हॉकी को राष्ट्रीय खेल बनाने में मेजर ध्यानचन्द्र की अहम भूमिका रही है। उन्होनें कहा कि विद्यार्थियों को मेजर ध्यानचन्द्र की तरह आत्मविश्वास से भरपूर होकर खेलना तथा अपने लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहना चािहए।
इस अवसर डीन कम्प्यूटर एप्लीकेशन, निशांत राठी ने बताया कि खेल से जहा व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ बनता है वही खेल मनुष्य को अनुशासित भी बनाता है। उन्होंने कहा कि खिलाडियों को आज की वैज्ञानिक खेलकूद सुविधायें एवं पद्वतियों का लाभ उठाना चाहिये। आज खेलों के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। अतः आज की युवा पीढी को खेल को गम्भीर एवं अनुशासित रूप से लेना चाहिये।
इस अवसर भूपेन्द्र कुमार, डा0 अब्दुल अजीज खान, संदीप देशवाल, तरूण, प्रशान्त, विश्वदीप कौशिक, हिमांशु, डा0 प्रवीण, आदि उपस्थित रहे।