नमाजी जुमे की नमाज अपने मोहल्लों की मस्जिदों में अदा करें-गोरा

सहारनपुर। महानगर की शहीद गंज स्थित वक्फ जामा मस्जिद कलां के पदाधिकारियों की ओर से कहा गया है कि महानगर के सभी नमाजी इस जुमे की नमाज अपने अपने मोहल्ले की मस्जिदों में ही अदा करें, ताकि महानगर और जिले में कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हो।
गौरतलब है कि बीते जुमें के दिन प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर के माहौल को गर्म करने की कोशिश की थी, लेकिन एसएसपी आकाश तोमर के नेतृत्व में पुलिस की सख्त कार्रवाई के चलते इस बार जुमे की नमाज के बाद किसी प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए सहारनपुर शहर के जिम्मेदार लोगों ने बयान जारी करके शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
बुधवार को वक्फ जामा मस्जिद कलां शहीद गंज सहारनपुर के पदाधिकारियों में शामिल इमाम मुफ्ती कारी अरशद गोरा एवं मौलाना कारी इसहाक गोरा ने मुस्लिम समाज के लोगों के नाम जारी अपील में कहा है कि हम तमाम लोगों से इस बात की अपील करते हैं कि वह स्वयं अफवाहों से बचें तथा दूसरों को भी बचाएं। उन्होंने कहा है कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद बाजार शहीद गंज सहारनपुर से होते हुए 20 वर्ष से कम आयु के कुछ बच्चे नारे लगाते हुए महानगर के घंटाघर तक पहुंच गए थे। जुम्मे के दिन हुई है यह घटना यकीनन दिल को भीतर तक झकझोरकर रख देने वाली है।
उन्होंने कहा है कि हमने उस दिन भी युवाओं के इस कृत्य की निंदा की थी और आज भी करते हैं। उन्होंने कहा है कि अपने गांव, शहर, जनपद और प्रदेश तथा देश में अमन की हिफाजत करना हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है। इसलिए लिहाजा कोई भी ऐसा काम नहीं किया जाए जो कानून के खिलाफ हो। उन्होंने कहा है कि हमें एक जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में अपने मुल्क, प्रदेश, शहर, गांव और मोहल्ले की हिफाजत करनी है। मस्जिद अल्लाह का घर है और यह इबादत करने की जगह है। इसका अहतराम करना तमाम लोगों के ऊपर फर्ज है।
उन्होंने कहा है कि प्रबंध समिति वक्फ जामा मस्जिद कलां शहीद गंज सहारनपुर की ओर से अब निर्णय लिया गया है कि आगामी 17 जून को सभी नमाजी जुमे की नमाज को अपने अपने मूल्यों की मस्जिदों के भीतर ही अदा करें, ताकि महानगर में कोई अप्रिय घटना नहीं हो और जामा मस्जिद में भी अधिक भीड़ एकत्र नहीं हो।