सांसद किसानों की समस्याओं के प्रति सजग- CM योगी को लिखी चिठ्ठी
बरेली। उत्तर प्रदेश में पीलीभीत के सांसद वरुण गाँधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तीन पेज का पत्र भेजकर जहां किसान हित में उठाए गए अनेक कदमों की सराहना की वहीं उनकी समस्याओं के निराकरण का भी अनुरोध किया है।
भाजपा सांसद वरुण गाँधी ने रविवार को मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को तीन पेज का पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि पिछले दिनों मेरे लोकसभा क्षेत्र पीलीभीत से किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था। प्रदेश के अन्य जिलों के किसान भी अपनी समस्याओं को लेकर अक्सर उनसे मिलते रहते हैं। किसानों ने अपनी समस्याओं को मेरे माध्यम से आपके संज्ञान में लाने के निराकरण का अनुरोध किया है। किसानों की समस्याओं को लेकर कुछ सुझाव भी दिए हैं।
सांसद वरुण गाँधी ने अपने पत्र में मुख्य रुप से लिखा कि गन्ना किसानों ने खेती पर बढ़ती लागत बढ़ी जबकि पिछले चार सत्रों में गन्ने के दाम में मात्र दस रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। दूसरा, आपने गन्ने का भुगतान पिछली सरकारों के सापेक्ष ज्यादा करवाया है जो सराहनीय है लेकिन आज भी गन्ने का इस सत्र का कुछ भुगतान बकाया है। गन्ना किसानों की आर्थिक समस्याओं, गन्ने की बढ़ती लागत और महंगाई दर को देखते हुए सरकार गन्ना किसानों की मांग के अनुसार आगामी गन्ना सत्र 2021-22 में गन्ने का रेट (एसएपी) बढ़ाकर कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल घोषित करे और तत्काल सारा बकाया गन्ना भुगतान करवाना सुनिश्चित करे।
उन्होंने अपने पत्र में प्रदेश में बटाईदार किसान अपना गन्ना मिलों को आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं, जिस कारण उन्हें मजबूरी में काफी घाटे में कोल्हूओं पर अपना गन्ना बेचना पड़ता है। बटाईदार किसानों को भी मिलों में गन्ना आपूर्ति करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। इसके अलावा गन्ना किसानों का निवेदन है कि उन्हें उचित मात्रा में सस्ता बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि भी सरल प्रक्रिया के माध्यम से उपलब्ध करवाने का कष्ट करें गन्ने की फसल में लगे विभिन्न रोगों को रोकने के लिए भी गन्ना विभाग को निर्देशित कर त्वरित कार्यवाही करने का कष्ट करें|
वरुण गांधी ने क्षेत्र की दूसरी महत्वपूर्ण फसल धान के किसानों की मांग है। उनका कहना है कि धान की सारी फसल को एमएसपी पर खरीदने की सरकार व्यवस्था करे। आपने-अपने कार्यकाल में फसलों की सरकारी खरीद में सराहनीय बढ़ोतरी की है लेकिन अभी भी बहुत से किसान सरकारी खरीद की व्यवस्था से लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं। इस विषय में मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि सरकार आगामी धान व उसके बाद गेंहू खरीद सीजन के दौरान पर्याप्त संख्या में खरीद केन्द्रों की व्यवस्था करवाकर सभी किसानों की सारी धान व गेहूं खरीद सुनिश्चित करे गेंहू और धान की सरकारी खरीद पर सरकार 200 रुपये प्रति क्विंटल का अलग से बोनस देने पर विचार करे।
पत्र में लिखा है कि किसानों ने यह निवेदन भी किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नलकूप और आवासीय दोनों तरह की बिजली के दाम बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं, जिस कारण उन्हें बिल भुगतान में कठिनाई हो रही है। मेरा आपसे विनम्र आग्रह है कि किसानों की आर्थिक कठिनाइयों को देखते हुए बिजली के दाम तत्काल कम कर किसानों को राहत दी जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है जो दिनरात फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेरा आपसे विनम्र आग्रह है कि आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार तत्काल गौशालाओं के निर्माण व अन्य प्रभावकारी कदम उठाए।
भाजपा सांसद ने पीएम किसान योजना के लिए किसानों ने आपका और केंद्र सरकार का विशेष आभार प्रकट करते हुए निवेदन किया है की इस योजना की राशि को 6000 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये प्रति वर्ष प्रति किसान परिवार करने का कष्ट करें। इस विषय में मेरा आग्रह है कि राज्य सरकार अपनी ओर से 6000 रुपए अतिरिक्त देने पर विचार कर सकती है। किसानों ने यह निवेदन भी किया है कि मनरेगा योजना के मजदूरों को कृषि कार्यों में भी लगाएं। इससे इस योजना में खर्च हो रहे धन का सदुपयोग होगा और किसानों की लागत घटेगी। किसानों ने बढ़ती कृषि लागत को देखते हुए निवेदन किया है कि कृषि कार्यों के लिए प्रयोग होने वाले डीजल पर कम से कम 20 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी किसानों को दी जाए।