मंत्रियों को करनी पड़ेगी अब हाडतोड़ मेहनत, मिलेगी यह जिम्मेदारी
लखनऊ। अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अन्य दलों की तरह भारतीय जनता पार्टी ने भी अपनी अपनी रणनीति तैयार करते हुए उन्हें अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्रियों को विधानसभा चुनाव के चलते अब हाड़तोड़ मेहनत करनी पड़ेगी। प्रत्येक कैबिनेट मंत्री को 10 एवं राज्यमंत्री को छह विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जिन मंत्रियों को यह जिम्मेदारी मिलेगी उन्हें संबंधित सीटों पर उम्मीदवार की जीत की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर लेनी पड़ेगी।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब अपने कार्यकाल को पूरा करने की तरफ बढ़ रही है। जिसके चलते भाजपा की ओर से विधानसभा चुनाव की अपनी तैयारियां काफी पहले से शुरू कर दी गई हैं। नई रणनीति के तहत अब उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों एवं राज्य मंत्रियों को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कैबिनेट मंत्री के कंधों पर 10 विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी डालने के अलावा राज्य मंत्रियों को छह विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जाएगी। संबंधित सीटों पर मंत्रियों व राज्यमंत्रियों को पार्टी को जीत दिलाने जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी। यानी केवल मंत्री बनने से अब उनका काम नहीं चलेगा, यदि उन्हें अपनी कुर्सी बचाकर रखनी है तो ओवरऑल जीत में भी उन्हें अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा। भाजपा के पास इस समय काफी बडा मंत्रिमंडल है जिनमें से सात मंत्री हाल ही में बनाए गए हैं। विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जिसके चलते पार्टी अब इन मंत्रियों पर विशेष जिम्मेदारी डालने के लिए जा रही है।