खनन माफिया पूर्व MLC हाजी इकबाल का बेटा गिरफ्तार
सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ जनपद के कुख्यात खनन माफिया पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के बेटे को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। हाई प्रोफाइल इस मामले में पूर्व एमएलसी के बेटे की गिरफ्तारी से खनन माफिया के सहयोगी एवं नज़दीकियों में अब बुरी तरह से हड़कंप मच गया है।
शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर की अगुवाई में जनपद पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जनपद सहारनपुर के कुख्यात खनन माफिया पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। सहारनपुर पुलिस द्वारा पूर्व एमएलसी के बेटे की गिरफ्तारी देश की राजधानी दिल्ली से की गई है। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद से पूर्व एमएलसी एवं खनन कारोबारी हाजी इकबाल का बेटा अलीशान सहारनपुर से फरार होने के बाद देश की राजधानी दिल्ली में छिपा हुआ था।
पुलिस द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों के बाद पूर्व एमएलसी के बेटे की गिरफ्तारी से खनन कारोबारी के सहयोगियों एवं नजदीकियों में बुरी तरह से हड़कंप मच गया है और खनन कारोबारी से जुडे लोगों को अब अपनी गिरफ्तारी का डर सताने लगा है।
उल्लेखनीय है कि जनपद सहारनपुर की थाना मिर्जापुर पुलिस ने खनन कारोबारी पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के सहयोगी गैंगस्टर के आरोपी मिर्जापुर निवासी नसीम पुत्र अब्दुल गफ्फार को पिछले महीने की 21 अप्रैल को गिरफ्तार करते हुए कोर्ट के सम्मुख पेश किया था। जहां से गैंगस्टर के आरोपी को जेल भेज दिया गया था।
आरोप है कि खनन माफिया हाजी इकबाल की अकूत संपत्तियां जेल भेजे गए नसीम के नाम पर दर्ज हैं और वह बसपा सरकार में खनन माफिया द्वारा खरीदी गई लखीमपुर खीरी, सीतापुर एवं गोरखपुर की तीन चीनी मिलों का डायरेक्टर है। इसके अलावा नसीम के नाम से गोल्डन एग्रीकल्चर लिमिटेड के नाम पर गांव सफीपुर, शाहपुर गाड़ा एवं फतेहपुर टांडा में स्थित 600 बीघा जमीन भी दर्ज है। जबकि आरोपी और उसके दोनों बेटे मजदूरी कर किसी तरह से अपनी और परिवार की गुजर-बसर करते हैं।