मनीष मर्डर केस-अपने जाल में फंसी पुलिस नहीं मिटा सकी सारे सबूत
गोरखपुर। कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की पिटाई के बाद हुई मौत के मामले में पुलिस ने पूरा होमवर्क करते हुए इस घटना के सारे सबूत मिटाने की कोशिश की। पिटाई के दौरान मनीष गुप्ता के शरीर से निकलकर फर्श पर गिरे खून को पुलिस ने साफ करते हुए सबूत मिटाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन हड़बड़ी के चलते पुलिस ने खून से सने तौलिए को ठिकाने लगाने की कोशिशों के चलते उसे बेड के नीचे फेंक दिया था। पति के शव को लेकर कानपुर लौटते समय होटल में सामान लेने गई मृतक की पत्नी ने बेड के नीचे से तौलिया निकालकर होटल के स्टाफ और अन्य पुलिसकर्मियों को दिखाया और कहा कि तुम लोग अपनी करतूत आखिर कहां तक छिपाओगे।
कानपुर के जमीन कारोबारी मनीष गुप्ता की पुलिस की पिटाई से हुई मौत अब उसी के गले की फांस बनती जा रही है। तालिबानी रवैया अपनाते हुए अपनी बात को सोते हुए मनीष पर थोपने की कोशिश कर रही पुलिस अब जमीन कारोबारी की पिटाई के बाद हुई मौत को लेकर बुरी तरह से फंस रही है और पुलिस चाह कर भी गुनाहों से बाहर नहीं निकल पा रही है। प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पिटाई बाद होटल के कमरे में फैले खून को तो पुलिस कर्मियों ने खूब सफाई से साफ किया था पर तौलिया ठिकाने लगाना भूल गए। खून से सना तौलिया उन्होंने बेड के नीचे ही फेंक दिया था।
पति के शव को लेकर कानपुर लौटते समय होटल पर सामान लेने गई मीनाक्षी ने बेड के नीचे से तौलिया निकाल पर होटल के स्टाफ और अन्य पुलिस कर्मियों को दिखाया और कहा कि अपनी करतूत आप लोग कहां और कैसे छिपाएंगे। मेरे पति का यह खून पुलिस की ज्यादती की गवाही दे रहा है। मीनाक्षी ने तौलिया को लेकर हंगामा शुरू किया और अन्य सामानों की लिस्ट में उसका भी जिक्र कराया। होटल मालिक सुभाष शुक्ला ने बताया कि कमरे की चाबी पुलिस के पास ही थी। स्टाफ ने अंदर कुछ भी नहीं किया है।