लखीमपुर हिंसा पूरी तरह सुनियोजित, मंत्री व बेटा रच रहे थे साजिश-राकेश
लखीमपुर खीरी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी पहुंचकर कहा है लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पहले से ही सुनियोजित थी। एक साजिश के तहत ही इस घटना को अंजाम दिया गया है। काफी दिनों से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और उनके बेटे मिलकर इस हिंसा की साजिश रच रहे थे। किसानों को उग्र आंदोलन के लिए उकसाते हुए मौका मिलते ही मंत्री के समर्थकों ने इस बड़ी घटना को अंजाम दे दिया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत फिलहाल लखीमपुर खीरी में ही मौजूद हैं। वह राजधानी दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से अपने समर्थक किसानों के साथ रविवार को चलकर रात में ही लखीमपुर खीरी पहुंच गए थे। सबसे पहले उन्होंने मृतक किसानों के परिवारजनों व स्थानीय किसानों के साथ बातचीत करते हुए पूरे वाकिये का घटनाक्रम जाना। इसके बाद किसानों के बीच बैठकर उन्होंने अगली रणनीति बनाई। लखीमपुर हिंसा में मरे 4 किसानों के शवों का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। किसानों का दो टूक कहना है कि पहले उनकी मांगों को पूरा किया जाए, उसके बाद ही किसानों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि यह किसानों की मौत नहीं बल्कि पूरी तरह साफतौर से हत्या है। हत्या के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आशीष मिश्रा टेनी के बेटे ने शस्त्रों का इस्तेमाल किया है। किसानों को गाड़ी से कुचला गया और उनके ऊपर गोलियां भी चलाई गई। यह सबने देखा है, लेकिन पुलिस अब तमाम तथ्यों को झूठलाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का यह बयान सबसे बड़ा झूठ है। वह अपने बेटे को बचाने के लिए कोरा झूठ बोल रहे हैं। लखीमपुर खीरी हिंसा के फोटो व वीडियो सामने आए हैं। किसान सीधे तौर पर आरोप लगा रहे हैं कि हादसा ग्रस्त एक गाड़ी खुद मंत्री के नाम पर है। मंत्री के बेटे ने ही इस गाड़ी से 4 किसानों को कुचला है।