लखीमपुर हिंसा-अंकित के घर तलाशी-पुलिस के हाथ लगा बड़ा सुराग

लखीमपुर हिंसा-अंकित के घर तलाशी-पुलिस के हाथ लगा बड़ा सुराग

लखनऊ। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के आरोपी अंकित दास के फ्लैट की तलाशी में पुलिस ने एक पिस्टल और रिपीटर गन बरामद की है। छानबीन में पता चला है कि पिस्टल का लाइसेंस अंकित के नाम पर है तो वही रिपीटर गन उसके बॉडीगार्ड लतीफ उर्फ काले के नाम पर दर्ज है। इस दौरान की गई पूछताछ में अंकित दास ने बताया है कि घटना वाले दिन वह और उसका चालक फॉर्च्यूनर कार में थे और भीड़ के हमला करने के बाद उसने और उसके ड्राइवर ने गाड़ी से उतरकर भीड़ पर फायरिंग की थी और मौके से भाग निकले थे।

शुक्रवार को एसआईटी की टीम लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के आरोपी अंकित दास को साथ लेकर उसके फ्लैट की जांच पड़ताल करने के लिए राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज स्थित स्क्वायर सोसाइटी के अपार्टमेंट में पहुंची। घर की तलाशी के दौरान एसआईटी टीम ने एक पिस्टल और एक रिपीटर गन अंकित दास के घर के भीतर से बरामद की है। लाइसेंसों की जांच में पता चला है कि पिस्टल का लाइसेंस अंकित दास के नाम पर है और रिपीटर गन का लाइसेंस बॉडीगार्ड लतीफ उर्फ काले के नाम पर बना हुआ है। अंकित ने पूछताछ के दौरान एसआईटी टीम को बताया था कि 3 अक्टूबर दिन रविवार को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई वारदात के पहले वह आशीष मिश्रा मोनू से मिला था और प्रदर्शनकारी किसानों के बारे में बताने पर आशीष मिश्रा ने कहा था कि चलो आज उन्हें सबक सिखाते हैं। वारदात के दिन वह डिप्टी सीएम केशव मौर्या को रिसीव करने के लिए गया था।

अंकित दास ने बताया है कि थार जीप के पीछे मैं काली फॉर्च्यूनर कार में था, जिसे शेखर भारती चला रहा था। उसने बताया कि आगे चल रही थार जीप किसानों को चलते हुए हमारी कार से आगे निकल गई थी। किसानों को कुचलने के बाद आगे निकली जीप पलट गई थी। जीप को उस समय हरिओम मिश्रा चला रहा था। इसके बाद भीड़ ने हमारे ऊपर हमला कर दिया। अंकित दास ने बताया है कि किसानों के हमले से हम घबरा गए थे और गाड़ी से उतरकर मैंने और काले ने भीड़ के ऊपर फायरिंग की थी और वहां से भाग निकले थे।


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