लखीमपुर खीरी हिंसा-किसान संघ ने तरेरी आंखें,मंत्री की भूमिका की हो जांच
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में शामिल लोगों के लिए कड़ी सजा की मांग करते हुए भारतीय किसान संघ ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर भी जांच कराए जाने की मांग की है। किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा है कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने अगर कोई गलत बयान बाजी की है या इस घटना में उनका कोई अहम रोल है तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। अपराधी चाहे कोई भी हो कानून के हाथ उस तक पहुंचने चाहिए और उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर भी लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले के जांच कराए जाने की मांग की है। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने अगर कोई गलत बयान बाजी की है या इस मामले में उनका कोई रोल है तो इसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए। अपराधी चाहे कोई भी हो कानून के हाथ उस तक पहुंचने चाहिए और उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में खालिस्तानी व वामपंथियों का जो षड्यंत्र है वहां तक भी कानून के हाथ पहुंचने चाहिए। इस मामले में किसानों को बदनाम करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि किसान ऐसा कभी भी नहीं कर सकते हैं। राष्ट्रीय स्वयं संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने कहा है कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बेहद निंदनीय निमिया है। उन्होंने कहा है कि इस हिंसा में लिप्त व्यक्ति किसान नहीं बल्कि वामपंथी और नक्सली विचारधारा के लोग थे। इन्हीं विचारधारा के लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। जिस तरह से उन लोगों ने पीट-पीटकर अन्य लोगों व किसानों की निर्मम हत्या की है उससे पता चलता है कि वह किसान नहीं हो सकते हैं।