लखीमपुर खीरी बवाल, सुलझा मामला, किसानों के अंतिम संस्कार को राजी
लखीमपुर खीरी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की ओर से की गई पहल के बाद लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए 2 किसानों के परिवारजन उनके अंतिम संस्कार को राजी हो गए हैं। जिससे पुलिस और प्रशासन के साथ सरकार ने भी राहत की सांस ली है।
मंगलवार को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का नया वीडियो सामने आने के बाद शुरू हुए आरोप-प्रत्यारोप के बीच 2 किसानों के परिवारजनों ने मृतक किसानों का अंतिम संस्कार रोक दिया था। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत मामले की जानकारी मिलते ही मारे गए किसानों के परिवारजनों के साथ मुलाकात करने के लिए पलिया पहुंचे। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत के बाद परिवार वाले अब दोनों किसानों के अंतिम संस्कार को तैयार हो गए हैं। घटना में मारे गए पलिया के किसान लवप्रीत सिंह और धौरहरा के नक्षत्र सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को परिजनों के हवाले कर दिया गया था। इसी बीच वीडियो सामने आने और तरह-तरह की चर्चाओं के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मांग करते हुए अंतिम संस्कार रोक दिया था।
बताया जाता है कि प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट लवप्रीत के परिजनों को दिखाई फिर भी परिजन अंतिम संस्कार को राजी नहीं हुए हैं। ऐसे में राकेश टिकैत परिजनों से मिलने पहुंचे। लवप्रीत के परिवार से बंद कमरे में राकेश टिकैत की बातचीत हुई। धौरहरा में किसान नक्षत्र सिंह के परिवार से भी बातचीत हुई। इसके बाद दोनों परिवार अंतिम संस्कार को राजा हुए।
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुए बवाल में चार किसानों की मौत हुई है। इसमें से दो के परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद ही अंतिम संस्कार करने को कहा तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। राकेश टिकैत से पहले लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह धौरहरा के किसान नक्षत्र सिंह के गांव पहुंचीं और परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश में जुटी रहीं। बाद में राकेश टिकैत पहुंचे और बातचीत कर मनाया।