अयोध्या पहुंचे जैन मुनि ने हिंदू एवं जैनियों को लेकर कहीं यह बड़ी बात
अयोध्या। भगवान राम की नगरी अयोध्या पहुंचे जैन गुरु डॉ लोकेश मुनि ने रामलला के दर्शन करने के साथ-साथ हनुमानगढ़ी पहुंचकर वहां भी उन्होंने अंजनी पुत्र का दर्शन पूजन किया। जैन गुरु ने कहा है कि हिंदू और जैन अलग-अलग है ही नहीं। हमारे यहां 16 सतियों का जाप करते हैं, अंजलि सती के पुत्र हैं। सीता माता 16 साथियों में से एक हैं। इसलिए हम सब एक ही हैं।
शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे जैन मुनि डॉक्टर लोकेश मुनि महाराज ने रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन पूजन करने के बाद कहा है कि हम सब का कर्तव्य है कि जिस भारत माता की मिट्टी में हम पैदा हुए हैं, जीवन भर हम उस देश की मिट्टी को वैभवशाली और गौरवशाली बनाएं। उन्होंने कहा कि अगर देश है तो हम भी हैं यदि देश नहीं है तो हमारा भी कहीं कोई अस्तित्व नहीं है।
जैन मुनि डॉक्टर लोकेश ने कहा है कि हिंदू और जैन अलग-अलग है ही नहीं। हमारे यहां 16 सतियों का जाप करते हैं अंजनी सती के पुत्र हैं। सीता जी 16 सतियो में से एक हैं। इसलिए हिंदू और जैन एक ही हैं।
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक डॉ लोकेश जैन ने कहा है कि मैंने राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों की भीड़ के बीच जो भी विचार रखे हैं, वह प्रभु श्रीराम आदिनाथ की शक्ति थी। इसलिए मैंने भगवान आदिनाथ और श्री राम के मंदिर एवं हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया है।