थाने बुलाई किशोरी से इंस्पेक्टर ने की छेडछाड-खाया जहर-हालत गंभीर
कानपुर। बयान देने के लिए थाने बुलाई गई किशोरी के साथ इंस्पेक्टर ने कमरे में ले जाकर छेड़छाड़ कर दी। मां के साथ आई किशोरी ने छेड़छाड़ से आहत होकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। कानपुर के हैलट अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराई गई किशोरी जीवन पाने के लिए मौत से संघर्ष कर रही है। पीड़िता की मां का कहना है कि कोई भी अधिकारी उनकी सुध नहीं ले रहा है। जबकि उनकी बेटी जीवन की अंतिम सांसें गिन रही है।
कानपुर देहात जनपद के राजपुर थाना क्षेत्र के जैनपुर निवासी महेश सिंह खेती-किसानी करते हैं। परिवार में पत्नी नीलम और चार बच्चे हैं। पत्नी ने बताया कि गांव के ही रहने वाले बीरन, गम्भीर, पप्पू, इंद्रा पाल से जमीन को लेकर उनकी पुरानी रंजिश चल रही है। यह लोग सड़क किनारे वाली जमीन को हड़पना चाहते थे जिसका पति ने विरोध किया। इस पर इन लोगों ने पति पर तेजाब डाल दिया, जिससे वह गंभीर रुप से झुलस गये और सभी के खिलाफ थाने में नामजद तहरीर दी गई थी। मामले को लेकर अक्सर इंस्पेक्टर पूछताछ के लिए बुलाता था। इसी क्रम में बयान लेने के बहाने दो दिन पहले फिर इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने थाने बुलाया। जिसके चलते वह अपनी बेटी को साथ लेकर थाना पहुंची।
आरोप है कि थाना में इंस्पेक्टर उसकी 14 वर्षीय बेटी से अकेले में बयान लेने के बहाने कमरे ले गया, जहां पर उसने दबाव बनाया कि पिता को कह दो कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा वापस ले ले। इस पर बेटी ने मना कर दिया तो इंस्पेक्टर उसका मोबाइल छीनने लगा और उसके साथ छेड़छाड़ शुरु कर दी। इससे बेटी बहुत आहत हुई और घर आते वक्त बच्ची ने मुझसे 50 रुपये लिए और मुझसे छिपकर कीटनाशक दवा पीकर चुपचाप मेरे साथ घर चली आई। घर आकर अचानक उसकी तबीयत जब खराब होने लगी तो उसकी जेब मे कीटनाशक दवा की खाली शीशी मिली। गंभीर हालत में उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उसको कानपुर के हैलट के आईसीयू में भर्ती करवाया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
वहीं डाक्टरों ने ऑफ रिकार्ड कहा कि किशोरी की हालत बहुत ही नाजुक है, 24 घण्टे से बच्ची के बॉडी में कोई मूमेंट नहीं हुआ है, ईश्वर ही कुछ करश्मिा कर सकता है। मां का आरोप है कि कोई भी अधिकारी सुन नहीं रहा है। इस पर अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बचते दिख रहे हैं।